उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल मंदिर समिति के लड्डू प्रसादी को दूसरी वेबसाइट के जरिये बेचे जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है, मंदिर समिति के कर्मचारी की मिलीभगत का खुलासा हो चुका है. अब महाकाल थाने में उस कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी, जिसने बाब महाकाल के लड्डू प्रसादी को श्री टेम्पल नामक वेबसाइट तक पहुंचाया था. महाकाल मंदिर के गुणवत्ता वाले लड्डू प्रसादी को अपनी वेबसाइट श्री टेम्पल पर बेचने पर एफआईआर दर्ज की गई है.
वेबसाइट तक कैसे पहुंचता था लड्डू
महाकालेश्वर मंदिर में एफएसएसएआई टैग से मिलने वाला शुद्ध लड्डू प्रसादी दुनिया भर में प्रसिद्द है, देश भर से आने वाले श्रद्धालु दर्शन के बाद महाकाल मंदिर का लड्डू प्रसादी अपने साथ ले जाते हैं. महाकाल मंदिर की इसी गुणवत्ता वाले लड्डू प्रसादी को अपनी वेबसाइट श्री टेम्पल पर अनाधिकृत रूप से बेचने के आरोप में महाकाल मंदिर समिति ने वेबसाइट के खिलाफ महाकाल थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. एफआईआर के बाद सवाल उठे कि मंदिर से वेबसाइट तक आखिर लड्डू पहुंचता कैसे था और इस गोरखधंधे में कौन लोग शामिल हैं. इस पर जांच की गयी तो पता चला कि महाकाल मंदिर के लड्डू प्रसादी के कुछ कर्मचारी इस मामले में शामिल हैं, जिसमे एक महिला का नाम भी सामने आया है और जल्द ही इस पर मंदिर समिति एफआईआर दर्ज कराएगी.
लड्डू प्रसादी का ये था मामला
महाकाल मंदिर समिति द्वारा बनाया जाने वाला लड्डू प्रसाद शुद्धता और और अपनी गुणवत्ता के लिए जाना जाता है. मंदिर समिति ही इस लड्डू प्रसाद का विक्रय करती है, महाकाल मंदिर का प्रसाद ऑनलाइन 351 रुपए प्रति किग्रा की दर से बेचा जा रहा था. इससे श्रद्धालुओं को आर्थिक रूप से भी नुकसान पहुंचाया जा रहा था. मंदिर समिति इसे नो प्रॉफिट नो लॉस की तर्ज पर मंदिर के प्रसाद काउंटर से बेचती है. देशी घी और शुद्ध सामग्रियों से बना यह प्रसादी मात्र 260 रुपए किलाे की दर से वितरित किया जाता है. श्री टेम्पल नामक वेबसाइट द्वारा लड्डू प्रसादी को 351 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जा रहा था, जिसके खुलासे पर मंदिर प्रशासन ने शिकायत दर्ज कराई थी.
कलेक्टर दर्ज कराएंगे एफआईआर
सीएसपी पल्लवी शुक्ला ने बताया कि महाकाल मंदिर प्रबंधक समिति की तरफ से एक आवेदन प्राप्त हुआ था, जिस पर कार्रवाई करते हुए श्री टेम्पल नामक वेबसाइट पर एफआईआर दर्ज की गई है, आगे जांच जारी है, जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. मंदिर समिति के अध्यक्ष उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि जांच में लड्डू यूनिट के कर्मचारी का नाम सामने आया है. कुछ और नाम सामने आने की उम्मीद है. इस पर जांच चल रही है. फिलहाल एक महिला कर्मचारी का नाम सामने आने के बाद अब एफआईआर दर्ज करवाएंगे.