उज्जैन। प्रत्येक साल 11 जनवरी को शहर में होने वाले 'ठहाका सम्मेलन' में कई बॉलीवुड की नामी हस्तियां शामिल हुई. बुधवार को हुए 23वें ठहाका सम्मेलन में मुख्य रूप से मशहूर लेखक और फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा, हास्य कलाकार जयविजय सचीन, अभिनेत्री स्वर्णा मुदगल और अन्य कई कलाकार शामिल हुए (Ujjain thahaka sammelan reach artist Ashutosh Rana). इनकी अगुवाई में प्रदेश कैबिनेट डॉ.मंत्री मोहन यादव, पुर्व मंत्री सचिन यादव और कार्यक्रम के संचालक साहित्य प्रेमी महेंद्र यादव ने की, वहीं आशुतोष राणा को 23वां ठहाका सम्मान भी दिया गया.
श्री कृष्ण से कार्यक्रम की तुलना: कार्यक्रम में मशहूर अभिनेता आशुतोष राणा ने कहा कि उज्जैन वालों और मेरा शिव शक्ति संकल्प का रिश्ता है, क्योंकि सप्ताह भर में उज्जैन वासियों ने सवा करोड़ शिवलिंग को सिंहस्थ और उससे पूर्व में निर्माण किया था. इस नगरी में भूत, भविष्य वर्तमान एक ही जगह काल के रूप में विराजमान हैं और अद्भुत हैं. यह नगरी श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली भी है. यह हास्य का कार्यक्रम है इसलिए मैं दो बातें हास्य को लेकर बताना चाहता हूं, दो तरह का हंसना होता है एक मंद मंद मुस्कान और एक जोर से हंसना. मंद मंद वह लोग मुस्काते हैं जो दिल की बातों को जानते हैं, समझते हैं. जो जोर-जोर से ठहाके लगाते हैं वो ऊपरी बातों को जानते हैं उसका आनंद लेते हैं. भगवान कृष्ण की भी ऐसी ही लीला थी, वह मंद मंद मुस्काते थे क्योंकि वह दिल की बात जानते थे.
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गधे को याद कर सम्मेलन की शुरूआत: महाकवि कालिदास के आंगन में प्रत्येक साल 11 जनवरी को ठहाका सम्मेलन बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है. हर साल राजनेता, बॉलीवुड और कॉमेडी के मशहूर कलाकार शरीख होते हैं. प्रत्येक साल कार्यकम की शुरुआत गधे को माला और टोपी पहना कर की जाती है, लेकिन विगत दो साल पहले गधे की मौत के कारण गधे को याद कर सभी कालाकारों ने कार्यक्रम की शुरुआत की. प्रदेश कैबिनेट मंत्री डॉ मोहन यादव, पूर्व मंत्री सचिन यादव और कार्यकम संचालक महेंद्र यादव ने कलाकरों की अगुवाई की.