उज्जैन। एमपी के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन स्थित भेरूगढ़ सेंटर जेल का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने जेल में कैदियों को मिलने वाले भोजन की गुणवत्ता परखी. वहीं आजीवन कारावास की सजा काट रहे कैदियों द्वारा बनाए गए बुटिक के काम को सराहा. मंत्री डॉ. मोहन यादव ने एक कैदी के साथ मिलकर बुटिक के रंगों को अपने हाथों से भरा. इस मौके पर उन्होंने हत्या के प्रकरणों में सजा काट रहे कैदी द्वारा बनाई गई मूर्ति को 500 रुपये में खरीदा.
कैदियों को मिलने वाली सुविधाओं का लिया जायजा
उच्च शिक्षा मंत्री ने रविवार को केंद्रीय भेरूगढ़ जेल का निरीक्षण किया. उन्होंने कैदियों से पूछा कि खाना तो अच्छा मिलता है न. उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने सेंट्रल जेल के बंदी के बैरेक, हॉस्पिटल, भोजनशाला, महिला वार्ड सहित कैदियों द्वारा बनाए जा रहे कार्यों को भी देखा. उन्होंने कैदियों से पूछा कि रोजान रोटियां अच्छी ही मिलती हैं न, कहीं हमारे आने की वजह से अच्छी तो न बना दीं. मंत्री के सवाल पर कैदियों ने रोजाना मिलने वाले भोजन से लेकर जेल प्रबन्धक तक की तारीफ की.
उज्जैन सेंट्रल जेल की है 1600 कैदियों की क्षमता
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने जेल में क्षमता से अधिक रह रहे कैदियों को लेकर चिंता भी जताई. उज्जैन सेंट्रल जेल की क्षमता 1600 कैदियों की है. वर्तमान में 1947 कैदी सेंट्रल जेल में बंद हैं, जबकि 750 कैदी पैरोल पर हैं. उन्होंने जेल में बैरेक बढ़ाने को कहा है, इससे जेल का भार कम होगा.
उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने लगवाई कोरोना वैक्सीन
निरीक्षण के दौरान उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ जेल अधीक्षक अलका सोनकर भी साथ रहीं. उन्होंने प्रत्येक बैरेक और जेल के बारे में अलग-अलग जानकारी दीं. जेल में मंत्री ने वृक्षारोपण भी किया. उन्होंने बताया कि खुली जेल का प्रस्ताव मंजूर हो गया है. जिन कैदियों को 10 वर्ष की सजा हुई है, उन्हें खुली जेल में रखा जाए. ताकि वह भी समाज की मुख्यधारा में आए. जेल में चल रहे कार्यों को सराहना करते हुए मंत्री यादव ने बताया कि भेरूगढ़ जेल में चल रही बुटिक प्रिंटिंग के काम और मूर्ति बनाने वाले देख लगा कि जेल में चल रहे कार्य उच्च स्तर के हैं.