उज्जैन। नेवी में इंजीनियर के पद पर पदस्थ भास्कर पांडे की मौत की खबर ने ना सिर्फ भास्कर के परिवार वाले बल्कि पूरा शहर गमगीन हो गया. आज सुबह हजारों की संख्या में लोग भास्कर के अंतिम दर्शन करने पहुंचे. भास्कर की अंतिम यात्रा में देशभक्ति के नारे के साथ यात्रा की शुरुआत की गई.
महू सेना से आए जवानों की टुकड़ी ने सलामी देकर भास्कर को अंतिम विदाई दी. वहीं भास्कर की मां और बहन का रो-रो कर बुरा हाल है. भास्कर की अंतिम यात्रा में हर चौराहे पर और रोड पर आम लोगों ने फूल बरसाते नजर आए. वहीं उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव सहित आला अधिकारी ने भी सेना के जवान को अंतिम विदाई दी. उज्जैन के आगर रोड राजन नगर निवासी भास्कर की अंतिम यात्रा उनके निवास स्थान से आज निकली. जवान भास्कर की एक बहन और एक छोटा भाई है. इसके अलावा भास्कर के पिता नंद वल्लभ पांडे आबकारी विभाग में पदस्थ हैं. जबकि मां गृहणी हैं.
INS CHILKA नेवी में पदस्थ
विशाखापट्टनम में तैनात उज्जैन के भास्कर पांडे की हार्ट अटैक से मौत हुई है.भास्कर पांडे 19 जनवरी को ड्यूटी के दौरान हार्ट अटैक आने से मौत हो गई. भास्कर 30 जनवरी 2012 को नेवी में ज्वाइन हुए थे. जिसके बाद ट्रेनिंग पोर्ट ब्लेयर PORT BLAIR में हुई. ट्रेनिंग के बाद भास्कर की पोस्टिंग गोवा ,मुंबई, कोच्चिन और कई अन्य जगह हुई. जिसके बाद भास्कर 2020 में ही विशाखापट्टनम में पदस्थ हुए भास्कर लीडिंग मेडिकल इंजीनियर के पद पर पदस्थ थे. मौत के बाद उनका पार्थिव शरीर बीती रात को इंदौर लाया गया.जिसके बाद वहां से महू ले जाया गया और महू से उज्जैन सेना की जवान की टुकड़िया उज्जैन लेकर पहुंची. यहां उनको अंतिम विदाई दी गईय भास्कर की मौत से पूरे शहर में माहौल गमगीन है.