उज्जैन। देश में मनाए जाने वाले दीपावली पर्व की शुरुआत बाबा महाकाल के दरबार से हुई.लोगों की मान्यता है कि सदियों से दीपावली बाबा महाकाल के दरबार से शुरु की जाती है. इस मौके पर बाबा महाकाल का मनमोहक श्रृंगार किया गया. बाबा के मनमोहक रूप को देखने के लिए दूर- दूर से भक्तगण पहुंच रहे हैं. इस दौरान बाबा को 56 भोग भी लगाए गए.
हल्दी उबटन से किया गया श्रृंगार
दीपावली के मौके पर बाबा महाकाल का मनमोहक श्रृंगार किया गया. सुबह 4 बजे बाबा को हल्दी केसर जैसे सुगांधित पदार्थों से उबटन लगाया गया. जिसके बाद भगवान को सुगंधित द्रव्यों से स्नान कराया गया. सोने-चांदी के आभूषण धारण कराने के बाद बाबा महाकाल को नवीन वस्त्र पहनाए गए.
भस्म आरती में दिखा अद्भुत रूप
दीपावली के मौके पर बाबा की विशेष भस्म आरती की गई. आरती में मंदिर के पुजारियों ने गर्भगृह में फुलझड़ी जलाकर दीपोत्सव को शुरुआत की. जग-मग होती फुलझड़ियों की रोशनी से बाबा महाकाल की शोभा और चमक दोगुनी हो गई. इस दौरान बाबा को 56 भोग भी लगाए गए.
मंदिर परिसर में की गई आतिशबाजी
बाबा की पूजन अर्चन के बाद मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं और पुजारियों ने फुलझाड़ी और तरह- तरह की आतिशबाजी करके खुशियां मनाई.
जगमगा उठा मंदिर
बाबा महाकाल के मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. मंदिर परिसर में तरह-तरह की विद्युत लाइटिंग की गई है .जिसे देखकर दूर से भक्त आकर्षित हो रहे हैं. इस तरह का नजारा दीपोत्सव के पर्व पर हर साल देखने मिलता है.