ETV Bharat / state

कार्तिक मास में निकली बाबा महाकाल की तीसरी सवारी, दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर - baba mahakal third ride

देव दिवाली के मौके पर कार्तिक महीने में बाबा महाकाल की तीसरी सवारी निकाली गई. इस मौके पर बाबा ने मन महेश के रुप में दर्शन दिए.

baba mahakal third ride
बाबा महाकाल की तीसरी सवारी
author img

By

Published : Nov 30, 2020, 6:44 PM IST

Updated : Nov 30, 2020, 6:50 PM IST

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल की सवारी समय-समय पर निकाली जाती है. सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बाबा महाकाल की कार्तिक महीने की तीसरी सवारी निकाली गई. ठीक 4 बजे बाबा महाकाल की सवारी मंदिर से निकली और बाबा ने शहर भ्रमण कर भक्तों के हाल जानें. इससे पहले बैकुंठ चतुर्दशी पर बाबा महाकाल की दूसरी सवारी रात 11 बजे गोपाल मंदिर तक निकाली गई थी.

बाबा महाकाल की तीसरी सवारी

विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल समय-समय पर अपने भक्तों का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलते हैं. महाकाल सावन और भादो महीने, दशहरा और दिवाली के बाद कार्तिक महीने में तीसरी बार भ्रमण पर निकले. यह सवारी एक हरिहर मिलन के रूप में थी, इसीलिए इसे तीसरी सवारी कह सकते हैं. हर बार की तरह सबसे पहले मंदिर प्रांगण में बाबा महाकाल का पूजन-अभिषेक किया गया. और आरती के बाद ठीक 4 बजे मंदिर प्रांगण से महाकाल नगर भ्रमण के लिए निकले.

पढ़ें- तस्वीरों में देखें देव दीपावली की पूर्व संध्या पर चेत सिंह घाट का अद्भुत नजारा

बाबा को दिया गार्ड ऑफ ऑनर

मंदिर के मुख्य गेट पर बाबा को पुलिस बल ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इस दौरान बहुत ज्यादा संख्या में भक्तजन शामिल हुए और फूलों की बारिश कर बाबा महाकाल का स्वागत किया. नियमों के मुताबिक बाबा की पालकी मंदिर से शिप्रा नदी तक पहुंची, जहां बाबा का पूजन अभिषेक किया गया. इसके बाद दोबारा बाबा को पालकी में ही मंदिर लाया गया. अब आगे बाबा की दो सवारी और निकाली जाएंगी.

पढ़ें- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर 'हर' ने 'हरि' को सौंपा सृष्टि का भार, चांदी की पालकी पर निकली महाकाल की सवारी

मन महेश रुप में दिए बाबा ने दर्शन

महाकाल मंदिर के पुजारी यश ने बताया कि ये कार्तिक महीने की तीसरी सवारी है, जिसमें बाबा ने मन महेश के रूप में दर्शन दिए हैं.

पढ़ें- आस्था या अंधविश्वास, मैहर में युवक ने जीभ काटकर मां शारदा को चढ़ाई

उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल की सवारी समय-समय पर निकाली जाती है. सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बाबा महाकाल की कार्तिक महीने की तीसरी सवारी निकाली गई. ठीक 4 बजे बाबा महाकाल की सवारी मंदिर से निकली और बाबा ने शहर भ्रमण कर भक्तों के हाल जानें. इससे पहले बैकुंठ चतुर्दशी पर बाबा महाकाल की दूसरी सवारी रात 11 बजे गोपाल मंदिर तक निकाली गई थी.

बाबा महाकाल की तीसरी सवारी

विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग बाबा महाकाल समय-समय पर अपने भक्तों का हाल जानने नगर भ्रमण पर निकलते हैं. महाकाल सावन और भादो महीने, दशहरा और दिवाली के बाद कार्तिक महीने में तीसरी बार भ्रमण पर निकले. यह सवारी एक हरिहर मिलन के रूप में थी, इसीलिए इसे तीसरी सवारी कह सकते हैं. हर बार की तरह सबसे पहले मंदिर प्रांगण में बाबा महाकाल का पूजन-अभिषेक किया गया. और आरती के बाद ठीक 4 बजे मंदिर प्रांगण से महाकाल नगर भ्रमण के लिए निकले.

पढ़ें- तस्वीरों में देखें देव दीपावली की पूर्व संध्या पर चेत सिंह घाट का अद्भुत नजारा

बाबा को दिया गार्ड ऑफ ऑनर

मंदिर के मुख्य गेट पर बाबा को पुलिस बल ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इस दौरान बहुत ज्यादा संख्या में भक्तजन शामिल हुए और फूलों की बारिश कर बाबा महाकाल का स्वागत किया. नियमों के मुताबिक बाबा की पालकी मंदिर से शिप्रा नदी तक पहुंची, जहां बाबा का पूजन अभिषेक किया गया. इसके बाद दोबारा बाबा को पालकी में ही मंदिर लाया गया. अब आगे बाबा की दो सवारी और निकाली जाएंगी.

पढ़ें- वैकुण्ठ चतुर्दशी पर 'हर' ने 'हरि' को सौंपा सृष्टि का भार, चांदी की पालकी पर निकली महाकाल की सवारी

मन महेश रुप में दिए बाबा ने दर्शन

महाकाल मंदिर के पुजारी यश ने बताया कि ये कार्तिक महीने की तीसरी सवारी है, जिसमें बाबा ने मन महेश के रूप में दर्शन दिए हैं.

पढ़ें- आस्था या अंधविश्वास, मैहर में युवक ने जीभ काटकर मां शारदा को चढ़ाई

Last Updated : Nov 30, 2020, 6:50 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.