टीकमगढ़। मध्यप्रदेश में 10 अगस्त 2020 से चल रही 3 दिवसीय ट्रक हड़ताल का असर जिले में भी देखने को मिल रहा है, जहां हड़ताल के दूसरे दिन भी सड़कों पर कोई भी ट्रक नहीं चला.
दरअसल, प्रदेश के ट्रक एसोसिएशन ने यह हड़ताल अपनी 4 प्रमुख मांगों को लेकर की है. काफी दिनों से प्रदेश के ट्रक संचालक परेशान थे, जिनकी सुध कोई नहीं ले रहा था. इसी को लेकर यह हड़ताल की गई, जिसमें ट्रकों के साथ चेकपोस्ट पर अवैध वसूली को बंद करवाने, लगातार बढ़ रही डीजल की कीमतों में कमी लाने और कोविड-19 के तहत सभी ट्रक ड्राइवरों का बीमा करवाए जाने को लेकर मांग की गई है.
ट्रक एसोसिएशन के अध्यक्ष अब्दुल सत्तार का कहना है कि प्रदेश में ट्रकों से गुड्स टैक्स लिया जाता है, उसकी एक तिमाही माफ की जाए, क्योंकि कोरोना संक्रमण काल के चलते तीन माह तक सभी ट्रक गेराज में खड़े रहे. मई, जून और जुलाई माह का टैक्स माफ किया जाए. इन सभी मांगों को लेकर जिले भर में हड़ताल की जा रही है.
ट्रक हड़ताल होने की वजह से बाहर से सामान का परिवहन पूरी तरह से बंद है, जिसके चलते किराना, राशन, दूध, सब्जियां, स्टेशरी बुक्स की कीमतें बढ़ रही हैं और इसका भार सीधा जनता की जेब पर पड़ रहा है. अगर यह हड़ताल ज्यादा दिनों तक चलती है तो लोगों के सामने मुसीबत खड़ी हो जाएगी.