सिंगरौली। एनटीपीसी विंध्याचल परियोजना के स्टेज वन में सुमन इंजीनियरिंग संविदा एजेंसी कि साइट पर हुए हादसे में ठेका श्रमिक सत्येंद्र उपाध्याय कि दर्दनाक मौत हो गई. वहीं पर भारी भरकम लोहे कि प्लेट के चपेट में आने से बचे तीन मजदूरों के लापता होने की खबरें हैं.
दरअसल सिंगरौली जिले में एनटीपीसी विंध्य नगर में फिर एक बड़ा हादसा हुआ है, जहां एक बेल्डर कि ड्यूटी के दौरान मौत हो गई है. सूत्रों ने बताया है कि कंपनी के अंदर ही ड्यूटी के श्रमिक की मौत हुई है. हैरानी की बात ये है कि घटना कल दोपहर की बताई जा रही है, इसके बाउजूद एनटीपीसी प्रबंधन घटना को लेकर अनजान बना बैठा रहा. जबकि आज मीडिया में खबर आने के बाद एनटीपीसी प्रबंधन आनन फानन में पुलिस को सूचना दी है. उधर पुलिस का कहना है की एनटीपीसी से लिखित में घटना को कोई जानकारी नहीं मिली है.
इधर आज से ही लेबर गेट पर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक की पत्नी का कहना है की सत्येंद्र उपाध्याय कंपनी में लंबे समय से काम कर रहे थे, कल सुबह ही ड्यूटी के लिए निकले थे तब से अभी तक वापस नहीं लौटे, सत्येंद्र के दो छोटे बच्चे भी है अब परिवार का सहारा करने के लिए कोई नहीं है. सवाल ये है कि आखिर एनटीपीसी प्रबंधन ने कल की घटना को आजतक क्यों छुपाए रखा.
इस पूरी घटना के बाद प्रबंधन या पुलिस क्या जांच करती है ये देखने वाली बात होगी. क्योंकि अजीत दुबे की भी मौत 3 महीने पहले एनटीपीसी में ही हुई थी जिसकी जांच रिपोर्ट का सबको अभी तक इंतजार है. एनटीपीसी विंध्यनगर में लगातार इस तरह के हादसे होते रहते हैं लेकिन ना तो प्रबंधन ना ही जिला प्रशासन इस तरफ कोई सख्त कार्रवाई कर पाया, कहीं ना कहीं जिला प्रशासन की भी कमी है और हो भी क्यों ना क्योंकि जिला प्रशासन के ज्यादातर अधिकारी एनटीपीसी के रहमों करम पर उसके कॉलोनी में रह रहे हैं.