सिंगरौली। महानगरों की तर्ज पर सिंगरौली में भी घरेलू कचरा संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की शुरुआत की गई थी. लेकिन नगर निगम का यह सपना चकनाचूर होता नजर आ रहा है. जिस कंपनी को 4 करोड़ रुपये खर्च कर के मामले की जिम्मेदारी दी गई थी, उससे अब ठेका वापस लिया जा रहा है.
नगर निगम उपायुक्त आरपी वैश्य ने बताया कि निगम द्वारा खाद बनाई जा रही है. नगर निगम घरेलू कचरा का संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की शुरुआत कर चुकी है. जिसकी जिम्मेदारी अर्बन कंपनी को दी गई थी. अर्बन कंपनी की लापरवाही के कारण खाद तो नहीं बनी, लेकिन कचड़े पहाड़ जरूर बन गया. जहां एक ओर नगर निगम के अधिकारी मामले की जिम्मेदारी देने से बच रहे है, वहीं अर्बन कंपनी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है.
बताया जा रहा है कि अब कचरा संग्रहण की जिम्मेदारी किसी दूसरी कंपनी को मिल चुकी है. वहीं अर्बन कंपनी कुछ दिनों में अपना बोरिया-बिस्तर लेकर निकलने वाली है. नगर निगम ने अर्बन कंपनी पर करोड़ों रुपए लुटा दिए हैं. लेकिन कंपनी का कार्य के प्रति रवईया गैर जिम्मेदाराना था. अब देखना होगा कि नगर निगम द्वारा आगे क्या कार्रवाई की जाती है.