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नगर निगम के सपनों पर फिरा पानी, खाद की जगह बन गया कचरे का पहाड़

नगर निगम ने घरेलू कचरे का संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की जिम्मेदारी अर्बन कंपनी को दी थी. अर्बन कंपनी की लापरवाही के कारण खाद तो नहीं बनी, लेकिन कचरे का पहाड़ जरूर बन गया.

लापरवाही के कारण बना कचरे का पहाड़
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Published : Apr 2, 2019, 2:08 PM IST

सिंगरौली। महानगरों की तर्ज पर सिंगरौली में भी घरेलू कचरा संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की शुरुआत की गई थी. लेकिन नगर निगम का यह सपना चकनाचूर होता नजर आ रहा है. जिस कंपनी को 4 करोड़ रुपये खर्च कर के मामले की जिम्मेदारी दी गई थी, उससे अब ठेका वापस लिया जा रहा है.

नगर निगम उपायुक्त आरपी वैश्य ने बताया कि निगम द्वारा खाद बनाई जा रही है. नगर निगम घरेलू कचरा का संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की शुरुआत कर चुकी है. जिसकी जिम्मेदारी अर्बन कंपनी को दी गई थी. अर्बन कंपनी की लापरवाही के कारण खाद तो नहीं बनी, लेकिन कचड़े पहाड़ जरूर बन गया. जहां एक ओर नगर निगम के अधिकारी मामले की जिम्मेदारी देने से बच रहे है, वहीं अर्बन कंपनी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है.

लापरवाही के कारण बना कचरे का पहाड़

बताया जा रहा है कि अब कचरा संग्रहण की जिम्मेदारी किसी दूसरी कंपनी को मिल चुकी है. वहीं अर्बन कंपनी कुछ दिनों में अपना बोरिया-बिस्तर लेकर निकलने वाली है. नगर निगम ने अर्बन कंपनी पर करोड़ों रुपए लुटा दिए हैं. लेकिन कंपनी का कार्य के प्रति रवईया गैर जिम्मेदाराना था. अब देखना होगा कि नगर निगम द्वारा आगे क्या कार्रवाई की जाती है.

सिंगरौली। महानगरों की तर्ज पर सिंगरौली में भी घरेलू कचरा संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की शुरुआत की गई थी. लेकिन नगर निगम का यह सपना चकनाचूर होता नजर आ रहा है. जिस कंपनी को 4 करोड़ रुपये खर्च कर के मामले की जिम्मेदारी दी गई थी, उससे अब ठेका वापस लिया जा रहा है.

नगर निगम उपायुक्त आरपी वैश्य ने बताया कि निगम द्वारा खाद बनाई जा रही है. नगर निगम घरेलू कचरा का संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की शुरुआत कर चुकी है. जिसकी जिम्मेदारी अर्बन कंपनी को दी गई थी. अर्बन कंपनी की लापरवाही के कारण खाद तो नहीं बनी, लेकिन कचड़े पहाड़ जरूर बन गया. जहां एक ओर नगर निगम के अधिकारी मामले की जिम्मेदारी देने से बच रहे है, वहीं अर्बन कंपनी की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है.

लापरवाही के कारण बना कचरे का पहाड़

बताया जा रहा है कि अब कचरा संग्रहण की जिम्मेदारी किसी दूसरी कंपनी को मिल चुकी है. वहीं अर्बन कंपनी कुछ दिनों में अपना बोरिया-बिस्तर लेकर निकलने वाली है. नगर निगम ने अर्बन कंपनी पर करोड़ों रुपए लुटा दिए हैं. लेकिन कंपनी का कार्य के प्रति रवईया गैर जिम्मेदाराना था. अब देखना होगा कि नगर निगम द्वारा आगे क्या कार्रवाई की जाती है.

Intro:सिंगरौली नगर पालिक निगम महानगरों की तर्ज पर सिंगरौली में भी घरेलू कचरा संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की शुरुआत की गई लेकिन सिंगरौली नगर निगम का सपना फलीभूत होने से ही पहले चकनाचूर हो गया सिंगरौली नगर निगम घरेलू कचरा का संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की शुरुआत की थी जिसकी जिम्मेदारी और वन कंपनी को दी थी लेकिन जहां पर 1 जैसे कंपनियों की लापरवाही के कारण बीते हुए 1 वर्ष में नगर निगम के सकने पर पानी फिर गया





Body:दरअसल सिंगरौली नगर निगम महानगरों की तर्ज पर शहर में घरेलू कचरा का संग्रहण कर जैविक खाद बनाने की जिम्मेदारी और अर्बन कंपनी को देख कर प्रक्रिया की शुरुआत की थी कंपनी की लापरवाही के कारण बीते 1 वर्ष में नगर निगम के सपने पर पानी फिर गया और 1 की जिम्मेदारी थी कि नगर निगम के विभिन्न वार्डों में डोर टू डोर कचरा संग्रहण कर प्लांट में अलग अलग कर जैविक खाद बनाना था लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते दुर्भाग्य देखिए कि करोड़ों का प्लांट आज बदहाल पड़ा है और जिस कचरे से खाद बनी थी वहीं लापरवाही के कारण आज पहाड़ में तब्दील हो गया है .

शहर की कचरे से बनी थी खाद्य

दरअसल सिंगरौली जिले में शहर के कचरे से खाद बनना था लेकिन अरबन कंपनी की लापरवाही के कारण कारण खा तो नहीं बना लेकिन पहाड़ जरूर बन गया और नगर निगम सहित राज नेताओं की मिलीभगत से बराबर भुगतान भी प्राप्त कर रहा है सबसे आश्चर्य की बात यह है कि यह पहाड़ नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों को नजर नहीं आ रहा है बाहर हाल अर्बन कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है


Conclusion:करोड़ों रुपए लेकर नगर निगम के सपने पर फिरा पानी

नगर निगम का सपना अब लगता है साकार होने वाला नहीं है क्योंकि अरबन कंपनी कुछ दिनों में अपना बोरिया बिस्तर लेकर निकलने वाली है बताया जा रहा है कि अब कचरा संग्रहण की जिम्मेदारी किसी और को मिल चुकी है बरहाल नगर निगम ने अर्बन पर करोड़ों रुपए लुटा दिए हैं अरबन कंपनी के इस गैर जिम्मेदार कार्य के लिए भुगतान रोकना चाहिए साथ ही पूरे कार्य गुणवत्ता की जांच भी होनी चाहिए लेकिन अब देखना होगा कि आखिर नगर निगम में तमाम बातों को लेकर इस तरह की कार्रवाई करता है
वह इस पूरे मामले को लेकर नगर निगम उपायुक्त आर पी वैश्य का कहना है कि खाद बनाई जा रही है
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