सिंगरौली। कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन किया गया है. वहीं देश के अलग-अलग हिस्सों और राज्यों में फंसे मजदूरों का आना लगातार जारी है. इन मजदूरों को उनके घर वापस भेजने के लिए हर जिले से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, वहीं कुछ मजदूर साइकल से और पैदल ही अपने घरों की ओर निकल रहे हैं.
कुछ प्रवासी मजदूरों के पास न तो पैसा है और न ही कोई और संसाधन, वो घर से पैसा मंगाकर साइकिल खरीदकर घर पहुंच रहे हैं. चिलचिलाती धूप में साइकिल पर सवार मजदूर घरों के लिए निकल रहे हैं, इस भीषण गर्मी में भी वो साइकिल चला रहे हैं, ताकि किसी तरह से वो अपने घर पहुंच जाएं.
दरअसल सिंगरौली जिले के सराय तहसील में रेलवे लाइन में काम कर रहे मजदूर को ठेकेदार ने फरवरी तक का पैसा दिया था. जिसके बाद मजदूरों को घरों से पैसा मंगाना पड़ा और साइकिल खरीदी ताकि वो किसी तरह अपने घर पहुंच जाएं. ये मजदूर झारखंड से यहां काम की तलाश में आए थे, लेकिन कोरोना के कारण लागू हुए लॉकडाउन की वजह से यह घर नहीं पहुंच पाए. मजदूरों का कहना है कि घर जाने के लिए साइकिल खरीदी. यहां से झारखंड लगभग 405 किलोमीटर दूर है और घर पहुंचने में कितना वक्त लगेगा इसका अंदाजा नहीं है.
मजदूरों ने कहा कि उन्होंने शासन से और ठेकेदार से घर जाने के लिए कहा था, लेकिन उनके द्वारा कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई. साथ ही ठेकेदार ने मजदूरों को अप्रैल और मई की मजदूरी का भुगतान भी नहीं किया. पैसों की और काम की कमी होने के कारण वो साइकिल से ही भरी गर्मी में अपने घर जा रहे हैं.