सिंगरौली। बरगवां कोलार्ड में कम उम्र के बच्चों से मजदूरी कराई जा रही है. अधिकारों की जानकारी नहीं होने के चलते बच्चे भी कोयला ढोने को मजबूर हैं. सरकार ने भले ही बाल श्रम रोकने के लिए तरह तरह के नियम-कानून बनाए हैं, लेकिन ये नियम-कानून धरातल पर पूरी तरह से लागू नहीं हो रहे हैं.
जिले में नादान बच्चे प्रदूषण और इस भीषण गर्मी में बरगवां कोल यार्ड में काम कर रहे हैं. ठेकेदार नियम-कानून दरकिनार कर बाल श्रमिकों का शोषण कर रहे हैं. कोल यार्ड में काम कर रहे मजदूरों के पास सुरक्षा के नाम पर केवल कपड़े हैं. उनके पास ऐसा कोई भी उपकरण या सुरक्षा के इंतजाम नहीं है. जिससे वे खुद को सुरक्षित महसूस कर सकें. इन मजदूरों से बिना हेलमेट-जूते के काम कराया जा रहा है.
ठेकेदार से जब इस मामले में बात की गई तो वह बिना कुछ कहे वहां से चला गया. वहीं, कलेक्टर केवीएस चौधरी का कहना है कि बात अभी उनके संज्ञान में आई है. उन्होंने फौरन श्रम निरीक्षक को जांच के आदेश दिए और कहा कि यदि बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर हैं तो उन्हें किसी हॉस्टल में रखवा दिया जाएगा.