सिंगरौली। भारतीय संस्कृति में विद्यालय को शिक्षा का मंदिर और शिक्षक को भगवान कहा जाता है, लेकिन सिंगरौली जिले की सरई तहसील के चमाराडोल के सरकारी स्कूल में एक शिक्षक ने सभी मान्यताओं को तार-तार कर दिया. मास्टर जी शराब के नशे में धुत होकर स्कूल पहुंचे. आलम ये है था कि वे अपने पैरों पर ठीक से खड़े तक नहीं हो पा रहे थे.
चौकानी वाली बात ये है कि स्कूल के प्रधानाध्यापक का प्रभार भी इन्हीं महाशय को मिला है. इनका नाम है लक्ष्मण प्रसाद साकेत. इनको न तो प्रशासन का डर है, न समाज का. ये अक्सर शराब पीकर ही स्कूल जाते हैं और बच्चों के साथ मारपीट करते हैं.
बच्चों में मास्टर जी का खौफ इतना है कि उनके खिलाफ कोई कुछ बोलने को तैयार ही नहीं है. मामले की जानकारी जब कलेक्टर केवीएस चौधरी की दी गई, तो उन्होंने कहा कि शिक्षक का मेडिकल टेस्ट करवाया जाएगा अगर कुछ गड़बड़ी पाई जाती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.