सीधी। सोन घड़ियाल सेंचुरी में एक मगरमच्छ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है, जिसके बाद से ही सेंचुरी कर्मियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है. जानकारी के मुताबिक मादा मगरमच्छ गांव के पास ही गोपद नदी में मृतअवस्था में पाई गई थी, जिसका अंतिम संस्कार किया गया लेकिन मीडिया को कवरेज नहीं करने दिया गया. मादा मगरमच्छ की मौत अब सवालों में घिर गई है.
नदी पर जमकर होता रेत खनन
जिला मुख्यालय से 45 किलोमीटर दूर सोन नदी स्थित जोखों गांव के पास मादा मगरमच्छ का शव मिलने के बाद अभ्यारण्य से विभाग ने आनन-फानन में टीम रवाना की. मगरमच्छ को जोगदहा घाट लाया गया, जहां पर मगरमच्छ का शव परीक्षण के बाद सोन नदी घाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस मादा मगरमच्छ का शव उसी जगह से नदी में बरामद हुआ है, जहां पर रेत संचालकों द्वारा खदान से मशीनों के द्वारा रेत उत्खनन किया जाता है.
मुश्किल हो रहा मगरमच्छों का जीवन बचाना
सोन घड़ियाल अभ्यारण में मगरमच्छ का शव मिलना कोई नई बात नहीं है. इसके पहले भी घटनाएं होती रही हैं, लेकिन प्रशासन नहीं जागा. देश में विलुप्त हो रहे मगरमच्छों को बचाने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर सोन घड़ियाल अभ्यारण की स्थापना की गई थी, लेकिन विभाग की निष्क्रियता से मगरमच्छों का जीवन बचा पाना मुश्किल हो रहा है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद होगा खुलासा
सोन घड़ियाल अभ्यारण्य के अधीक्षक वीपी तिवारी ने बताया कि मादा मगरमच्छ का शव नदी में तैरता पाया गया है. जिसका पीएम करा कर सैंपल बाहर भेजे गए हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही पूरा राज खुल पाएगा.