सीधी (Sidhi News)। जिले के संजय टाइगर रिजर्व (Sanjay Tiger Reserve) में करंट लगने से बाघिन की मौत के बाद अभी तक उसका शव नहीं मिला है. टाइगर रिजर्व की टीम लगातार बाघिन के शव की तलाश कर रही है. जानकारी के अनुसार, बाघिन के शिकार के बाद शिकारियों ने शव को लापता कर दिया गया है. पूरा प्रशासनिक अमला बाघिन के अवशेष खोजने के लिए दिन-रात लगा हुआ है. हालांकि अभी तक सर्चिंग में महज बाघिन के कुछ बाल, खाल का छोटा टुकड़ा और कॉलर आईडी का जला हुआ हिस्सा मिला है. कुछ लोगों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.
ये है पूरा मामला
संजय टाइगर रिजर्व की एक युवा बाघिन T-30 (Tigress T-30), जो तकरीबन 3 से 4 साल के बीच थी. उसे कुछ दिनों के लिए बांधवगढ़ में शिफ्ट किया गया था. जहां से उसे 1 जून 2020 को वापस सीधी लाया गया. प्राप्त जानकारी के अनुसार, दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से बाघिन को हाईटेंशन करंट के बिछाए गए तार में फंसा कर शिकारियों ने मौत के घाट उतार दिया (Tigress Died Due to Electrocution). इस बाघिन की लोकेशन संजय टाइगर रिजर्व के कर्मचारियों को 5 नवंबर से नहीं मिल पा रही थी.
बाघिन की आखिरी लोकेशन 5 नवंबर को शाम 4:30 बजे मिली थी. इसके बाद जब बाघिन की लोकेशन मिलना बंद हो गई तो सेटेलाइट लोकेशन से बाघिन को खोजा जाने लगा. लेकिन इसके बाद भी 11 नवंबर रात 11:30 बजे तक ही बाघिन की लोकेशन मिल सकी. जब काफी प्रयासों के बाद भी बाघिन का कोई पता नहीं मिला, तो संजय टाइगर रिजर्व की 3 रेंज की टीम और सिंगरौली जिले के पश्चिम सरई की एक टीम को इसका जिम्मा सौंपा गया. जिसके बाद कुछ अवशेष मिल पाए.
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हिरासत में आधा दर्जन लोग
फील्ड डायरेक्टर वाय.पी सिंह के नेतृत्व में संजय टाइगर रिजर्व की टीम सर्चिंग कर रही है. लेकिन अभी तक विभाग के हाथ कुछ भी नहीं लगा है. मध्यप्रदेश शासन को भी पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया जा चुका है. फील्ड डायरेक्टर का कहना है कि कुछ शिकारियों ने करंट लगाकर बाघिन का शिकार किया है. इस पूरे मामले में अभी तक तकरीबन आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर उनसे गहन पूछताछ की जा रही है. इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.