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आदिवासियों के हित के लिए स्वीकृत राशि में घोटाला, एसडीएम ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

सीधी जिले के वनांचल कुसमी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत में श्रमिकों के मजदूरी भुगतान में बड़ा घोटाला सामने आया है, जिस पर एसडीएम ने मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.

ग्राम पंचायत में श्रमिकों के मजदूरी भुगतान में बड़ा घोटाला
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Published : Oct 16, 2019, 5:45 PM IST

सीधी। जिले के आदिवासी वनांचल कुसमी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत में श्रमिकों के मजदूरी भुगतान के नाम पर बड़ा गड़बड़ झाला सामने आया हैं. गौवटा ग्राम पंचायत के आदिवासीयो के हित के लिए 5 लाख रुपये की राशि पर आदिवासी विकास विभाग ने स्वीकृत दी थी जिस पर घोटालें का मामला सामने आया है.


बता दें कि जनपद अधिकारी और पंचायत कर्मी ने आदिवासी बस्ती में पुलिया निर्माण कराया था ,लेकिन पुलिया के लिए समग्री खरीदी और मजदूरी भुगतान में बड़ा गड़बड़ झाला कर आदिवासीयों के हित का शासकीय राशि का दुरुपयोग किया गया है.

मनरेगा में निर्धारित 150-182 की दर से भुगतान करने की बजाय 5 श्रमिकों के नाम से पाँच सौ रुपये प्रति दिन के दर से 34 दिन का 82 हजार रुपये मजदूरी भुगतान दिया गया है.एक ही दुकान से सामग्री खरीदी के नाम पर 4 लाख 13 हजार रुपये का भुगतान किया गया है. पूरे जिले में आदिवासियों के विकास के लिए आई आर्थिक सहायता आदिवासी नही पहुँची


वही कुसमी एसडीएम सुधीर बेक का कहना है कि मजदूरी भुगतान की जानकारी उन्हें नही है. पूरे मामले की जाँच की जायेगी और सम्बंधित दोषी अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

सीधी। जिले के आदिवासी वनांचल कुसमी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत में श्रमिकों के मजदूरी भुगतान के नाम पर बड़ा गड़बड़ झाला सामने आया हैं. गौवटा ग्राम पंचायत के आदिवासीयो के हित के लिए 5 लाख रुपये की राशि पर आदिवासी विकास विभाग ने स्वीकृत दी थी जिस पर घोटालें का मामला सामने आया है.


बता दें कि जनपद अधिकारी और पंचायत कर्मी ने आदिवासी बस्ती में पुलिया निर्माण कराया था ,लेकिन पुलिया के लिए समग्री खरीदी और मजदूरी भुगतान में बड़ा गड़बड़ झाला कर आदिवासीयों के हित का शासकीय राशि का दुरुपयोग किया गया है.

मनरेगा में निर्धारित 150-182 की दर से भुगतान करने की बजाय 5 श्रमिकों के नाम से पाँच सौ रुपये प्रति दिन के दर से 34 दिन का 82 हजार रुपये मजदूरी भुगतान दिया गया है.एक ही दुकान से सामग्री खरीदी के नाम पर 4 लाख 13 हजार रुपये का भुगतान किया गया है. पूरे जिले में आदिवासियों के विकास के लिए आई आर्थिक सहायता आदिवासी नही पहुँची


वही कुसमी एसडीएम सुधीर बेक का कहना है कि मजदूरी भुगतान की जानकारी उन्हें नही है. पूरे मामले की जाँच की जायेगी और सम्बंधित दोषी अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

Intro:एंकर--:-सीधी जिले के आदिवासी वनांचल कुसमी जनपद क्षेत्र के ग्राम पंचायत में पंचायत कर्मियों के द्वारा श्रमिकों के मजदूरी भुगतान के नाम पर बड़ा गड़बड़ झाला सामने आया,दरसल गौवटा ग्राम पंचायत के आदिवासीयो के हित के लिए 5 लाख रुपये की राशि आदिवासी विकास विभाग के द्वारा स्वीकृत की गई थी,।Body:वाइस ओवर(1)-जिसे जनपद अधिकारी और पंचायत कर्मी के द्वारा आदिवासी वस्ती में पुलिया निर्माण करया गया है,लेकिन पुलिया के लिये समग्री खरीदी और मजदूरी भुगतान में बड़ा गड़बड़ झाला कर आदिवासीयों के हित का शासकीय राशि का दुरुपयोग किया गया है, मनरेगा में निर्धारित 150-182 की दर से भुगतान करने की बजाय 5 श्रमिकों के नाम से पाँच सौ रुपये प्रति दिन के दर से 34 दिन का 82 हजार रुपये मजदूरी भुगतान कर दिया गया,वही एक ही दुकान से सामग्री खरीदी के नाम पर 4 लाख 13 हजार रुपये का भुगतान कर दिया गया है,इस तरह देखा जाए तो कुसमी इलाके में हुई यह सिर्फ बानगी है,पूरे जिले में आदिवासियों के विकास के लिए आई आर्थिक सहायता आदिवासी तक तो नही पहुँची,जिम्मेदार रहे लोगो की जेब भरने में जरूर कामयाब रही है,वही कुसमी एसडीएम सुधीर बेक का कहना है कि मजदूरी भुगतान की जानकारी मुझे स्वयं नही है,यह मामला मेरे सज्ञान में आपके द्वारा लाया गया है,पूरे मामले की जाँच की जायेगी दोषी सम्बंधित अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्यवही की जाएगी।

बाईट:-1 सुधीर बेक एसडीएमConclusion:बहरहाल सीधी में देखा जाए तो हर एक पंचायत में धांधली के मामले सामने आ चुके है कार्यवाही के नाम लीपापोती कर दी जाती है,कायदे से यदि जांच की जाए तो और भी भ्रष्टाचार के मामले उजागर हो सकते है।
पवन तिवारी etv भारत सीधी
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