सीधी। मध्यप्रदेश के गुना में आदिवासी किसान पर पुलिस की बर्बरता का मामला अभी थमा भी नही था कि सीधी में एक आदिवासी दलित परिवार को गांव के कुछ दबंगों ने जमीन से बेदखल करने को मजबूर कर दिया. पीड़ित परिवार अब जिला न्यायालय के मुख्य द्वार पर डेरा डाल दिया है, मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन ने जल्द आदिवासी परिवार को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है.
जिला मुख्यालय से महज 12 किलोमीटर दूर सुकवारी गांव में विसाले कोल कई सालों से गांव में रह रहा था. अब गांव के ही ठाकुर पीड़ित की जमीन को अपनी बता कर जबरन कब्जा कर लिए और पूरी जमीन पर बाड़ लगाकर पीड़ित परिवार का रास्ता बंद कर दिए हैं. इतना ही नहीं परिवार को घर से भी बाहर का रास्ता दिखा दिए. अब गरीब परिवार रोते-बिलखते जिला न्यायालय की शरण में पहुंचा है, लेकिन मुख्यद्वार पर ताला लटका देख परिवार डेरा डालकर वहीं बैठ गया. पीड़ित परिवार ने बताया कि उसकी जमीन पर गांव के अमीरों ने कब्जा कर लिया.
नायब तहसीलदार ने बताया कि इन लोगों का गांव के ठाकुरों के साथ जमीनी विवाद चल रहा है, पांच दिन पहले इनकी जमीन का सीमांकन किया गया, अब कब्जा कर रहे लोग सीमांकन की पुष्टि नहीं कर रहे हैं, जिसे लेकर सोमवार को मौके पर मुआयना किया जाएगा. इन्हें न्याय दिलाया जाएगा. उधर, दूसरे पक्ष का आरोप है कि विसाले कोल परिवार को हमारे बुजुर्गों ने बसाया था, पांच डिसमिल जमीन कोल परिवार ले ले, लेकिन दो एकड़ जमीन उनकी है.