सीधी। देशभक्ति जन सेवा का नारा देने वाली सीधी पुलिस इन दिनों दो बेगुनाह लोगों की पिटाई मामले की लीपापोती को लेकर सुर्खियों में बनी हुई है.जमीनी विवाद के मामले में तीन युवक और एक महिला को थाने में बंद कर पुलिसकर्मियों ने जमकर पिटाई की.न्याय के लिए पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई हैं,वही जिम्मेदार पुलिस अधिकारी जांच और कार्यवाही का भरोसा दे रहे हैं.
बता दें कि सीधी जिले का बहरी थाना पुलिस अपनी कार्यशैली को लेकर हमेशा से ही विवादों में रहता है.एक बार फिर बहरी थाना प्रभारी अभिषेक का कहर जमीनी विवाद की रिपोर्ट दर्ज कराने गए पीड़ित परिवार पर टूट पड़ा.पीड़ित परिवार को 2 दिन थाने में बंद कर जमकर पिटाई कर दी. इस कदर पिटाई कि जिससे युवक का दांत टूट गया साथ ही शरीर के कई अंगों में चोट के निशान देखे जा सकते हैं. जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों की निष्क्रियता के चलते थाना प्रभारी का हौसला इतना बुलंद हो गया है कि महिला की पिटाई करने में थाना प्रभारी को कोई संकोच नहीं हुआ पीड़ित परिवार के खिलाफ बगैर मामला दर्ज किये ही 2 दिनों तक थाने में रखकर लगातार उनके साथ मारपीट कि गई.
पीड़ित परिवार थाना से छूटते ही सीधे पुलिस अधीक्षक के पास गुहार लगाने पहुंच गई. पीड़ित ने बताया कि दूसरे पक्ष ने थाना प्रभारी को रिश्वत देकर हमारे पूरे परिवार जिसमें माता, चाचा, चाची और भाई के साथ मारपीट की साथ ही बेवजह दो दिनों तक थाने में बंद किया जिससे पूरा परिवार सदमे में है.पीड़ित पुलिस अधीक्षक से शिकायत कर न्याय की गुहार लगाई हैं.
बहरी थाना प्रभारी अभिषेक सिंह का यह कोई पहला मामला नहीं है इसके पहले भी बस और ट्रक ड्राइवर से मारपीट व पत्रकारों से बदसलूकी के मामले सामने आ चुके हैं.इसके पहले भी थाना प्रभारी के खिलाफ मारपीट और अवैध वसूली के मामले सामने आते रहे हैं बावजूद इसके कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर स्थानीय लोगों में भी थाना प्रभारी के खिलाफ आक्रोश जग रहा है. ऐसे में देखना होगा कि पुलिस के आला अधिकारी ऐसे थाना प्रभारियों को थाने से कब तक हटाते व कार्रवाई करते हैं यह देखने वाली बात होगी.