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संजय टाइगर रिजर्व में खुले में घूमते बाघ पर्यटकों को कर रहे आकर्षित

सीधी जिले के संजय टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ सहित अनेक जंगली जानवर खुले में विचरण करते हैं. जिससे पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है.

Sanjay Tiger Reserve attracts tourists doing tiger
संजय टाइगर रिजर्व बाघ कर रहे पर्यटकों को आकर्षित
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Published : Dec 24, 2019, 11:43 PM IST

सीधी। पर्यटकों को लुभाने के लिए वैसे तो अनेक जगह हैं, जिनमें बीरबल का जन्मस्थल, बाणभट्ट का तपस्थल सीधी जिले में ही मौजूद है. जिन्हें सरकार विकसित करने की बात कह रही है. उसमें से एक है संजय टाइगर रिजर्व पार्क, जहां खुले में बाघ विचरण करते हैं. वहीं अन्य जानवरों की भी भरमार है. जहां अब पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होने लगा है.

संजय टाइगर रिजर्व के बाघ कर रहे पर्यटकों को आकर्षित

संजय टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ सहित अनेक जंगली जानवर खुले में विचरण करते हैं. यहां की जलवायु जानवरों के लिए अनुकूल है. इस क्षेत्र में जंगल-पहाड़ के अलावा कुछ गांव भी आते हैं, ये अभयारण्य 2376 किलोमीटर क्षेत्र में फैला है. जिसमें सोन अभयारण्य का 209 किलोमीटर एरिया शामिल है. संजय टाइगर रिजर्व सीधी, सिंगरौली और शहडोल जिले में फैला है, जहां अब पर्यटकों की संख्या अब धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. संजय टाइगर रिजर्व के संयुक्त संचालक का कहना है कि बाघों के रख-रखाव और खुले में विचरण करते हुए भी उनका पूरा ध्यान रखा जाता है. साथ ही बाघों पर नजर रखी जाती है, जिससे ग्रामीण इलाकों में सतर्कता रहती है.

पार्क में 20 बाघ खुले जंगलों में विचरण करते दिख जाते हैं, जिसमें 5 वयस्क बाघ हैं और 7 अवयस्क हैं, जबकि 8 शावक हैं. इसके अलावा तेंदुआ, चीतल, हिरण, भालू, जंगली सूअर मौजूद हैं, जो जंगलों में विचरण करते हैं. पार्क के संयुक्त संचालक ने बताया कि सभी जानवरों पर नजर रखी जाती है. गर्मी में पानी की जिस एरिया में कमी होती है, वहां कृतिम जल स्रोत बनाकर उनकी प्यास बुझाई जाती है. हाल ही में पर्यटकों को लुभाने के लिए सोन घड़ियाल अभयारण्य के साथ संजय टाइगर रिजर्व, दुबरी टाइगर रिजर्व जैसे अभयारण्य मौजूद हैं.

सीधी। पर्यटकों को लुभाने के लिए वैसे तो अनेक जगह हैं, जिनमें बीरबल का जन्मस्थल, बाणभट्ट का तपस्थल सीधी जिले में ही मौजूद है. जिन्हें सरकार विकसित करने की बात कह रही है. उसमें से एक है संजय टाइगर रिजर्व पार्क, जहां खुले में बाघ विचरण करते हैं. वहीं अन्य जानवरों की भी भरमार है. जहां अब पर्यटकों की संख्या में भी इजाफा होने लगा है.

संजय टाइगर रिजर्व के बाघ कर रहे पर्यटकों को आकर्षित

संजय टाइगर रिजर्व में बाघ, तेंदुआ सहित अनेक जंगली जानवर खुले में विचरण करते हैं. यहां की जलवायु जानवरों के लिए अनुकूल है. इस क्षेत्र में जंगल-पहाड़ के अलावा कुछ गांव भी आते हैं, ये अभयारण्य 2376 किलोमीटर क्षेत्र में फैला है. जिसमें सोन अभयारण्य का 209 किलोमीटर एरिया शामिल है. संजय टाइगर रिजर्व सीधी, सिंगरौली और शहडोल जिले में फैला है, जहां अब पर्यटकों की संख्या अब धीरे-धीरे बढ़ने लगी है. संजय टाइगर रिजर्व के संयुक्त संचालक का कहना है कि बाघों के रख-रखाव और खुले में विचरण करते हुए भी उनका पूरा ध्यान रखा जाता है. साथ ही बाघों पर नजर रखी जाती है, जिससे ग्रामीण इलाकों में सतर्कता रहती है.

पार्क में 20 बाघ खुले जंगलों में विचरण करते दिख जाते हैं, जिसमें 5 वयस्क बाघ हैं और 7 अवयस्क हैं, जबकि 8 शावक हैं. इसके अलावा तेंदुआ, चीतल, हिरण, भालू, जंगली सूअर मौजूद हैं, जो जंगलों में विचरण करते हैं. पार्क के संयुक्त संचालक ने बताया कि सभी जानवरों पर नजर रखी जाती है. गर्मी में पानी की जिस एरिया में कमी होती है, वहां कृतिम जल स्रोत बनाकर उनकी प्यास बुझाई जाती है. हाल ही में पर्यटकों को लुभाने के लिए सोन घड़ियाल अभयारण्य के साथ संजय टाइगर रिजर्व, दुबरी टाइगर रिजर्व जैसे अभयारण्य मौजूद हैं.

Intro:एंकर- सीधी में पर्यटकों को लुभाने के लिए वैसे तो अनेक जगह है जिनमें बीरबल की जन्म स्थल बाणभट्ट की स्थल सीधी जिले मैं मौजूद है जो शासन द्वारा विकसित करने की बात कही जा रही है उसमें से एक है संजय टाइगर रिजर्व पार्क जहां खुले में बाघ विचारण करते हैं वहीं अन्य जानवरों की भी भरमार है धीरे-धीरे अब पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने लगा है।


Body:वॉइस ओवर-1-- सीधी जिले में संजय टाइगर रिजर्व पार्क में बाघ तेंदुआ सहित अनेक जंगली जानवर खुले में विचरण करते हैं यहां की जलवायु जानवरों के लिए अनुकूल है संजय टाइगर रिजर्व इलाके में जंगल पहाड़ के अलावा कुछ गांव आते हैं यह अभ्यारण दो हजार 3 सौ 76 किलोमीटर इलाके में फैला है जिसमें सोन अभ्यारण का 209 किलोमीटर एरिया शामिल है संजय टाइगर रिजर्व सीधी सिंगरौली और शहडोल जिले में फैला हुआ है इस पर में पर्यटको की संख्या अब धीरे-धीरे बढ़ने लगी है संजय टाइगर रिजर्व के संयुक्त संचालक का कहना है कि बाघों के रखरखाव और खुले में विचरण करते हुए भी उनका पूरा ध्यान रखा जाता है साथ ही बाघों पर नजर रखी जाती है ग्रामीण इलाकों में सतर्कता रहती है।
बाइट(1) मनोज कटारिया संयुक्त संचालक संजय टाइगर रिजर्व सीधी)
वॉइस ओवर 2- सीधी के संजय टाइगर पार्क में 20 बाघ खुले जंगलों में विचरण करते देखें जाते हैं जिसमें 5 वयस्क बाघ है 7 अवयस्क बाघ है,और 8 शावक है, इसके अलावा तेंदुआ चीतल हिरण भालू जंगली सूअर मौजूद है और जंगलों में विचरण करते हैं पार्क के संयुक्त संचालक ने बताया कि सभी जानवर पर नजर रखी जाती है गर्मियों में पानी के लिए जिस एरिया में कमी होती है कृतिम जल स्रोत बनाकर उनकी प्यास बुझाते हैं।
बाइट(2) मनोज कटारिया संयुक्त संचालक संजय टाइगर रिजर्व सीधी।


Conclusion:हाल ही में पर्यटक को लुभाने के लिए सोन घड़ियाल अभ्यारण के साथ संजय टाइगर रिजर्व दुबरी टाइगर रिजर्व जैसे अभ्यारण मौजूद हैं जहां खुले में जंगल के जानवर विचरण करते हैं लेकिन पाठकों की संख्या में अभी इतना इजाफा नहीं हो रहा है देखना होगा कि पर्यटकों को लुभाने के लिए क्या कुछ प्रयास किए जाते हैं।
पवन तिवारी ईटीवी भारत सीधी मध्य प्रदेश।
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