सीधी। मध्यप्रदेश सरकार की तीर्थ दर्शन योजना सीधी जिले के गरीबों के साथ छलावा साबित हो रही है. इस योजना का लाभ गरीब जनता की हितैषी बन कर नेता रहे हैं. इसमें अधकारी भी उनका साथ दे रहे हैं. जिसे लेकर जिला प्रशासन ने जांच की बात कहा है.
शिकायतकर्ता का कहना है कि प्रशासन इस मामले में बड़े लोगों को बचा रही है मात्र एक बाबू पर गाज गिरा कर लीपापोती कर रही है, जबकी जबाबदार अधिकारियों की माने तो जनपद पंचायत के बाबू को दोषी मानते हुए तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. वहीं इस मामले में कांग्रेस ने भाजपा पर तंज कसा और कहा जब शिवराज की सरकार थी तब भी इस योजना में प्रदेश स्तर के नेताओं ने गरीबों का हक मार कर लाभ उठाया और अब कांग्रेस की सरकार में भी यही कर रहे हैं.
जनपद पंचायत के कर्मचारियों और भाजपा नेताओं की मिलीभगत की वजह से अपात्र लोगो को तीर्थ दर्शन के लिए ले जाया गया, इस फर्जी तीर्थ दर्शन योजना में कई, स्थानीय नेताओं के नाम भी शामिल कर दिए गए जो कि इस योजना के लाभ दूर-दूर तक लेने योग्य ही नहीं थे, सरकारी कर्मचारियों और नेताओ की साठगांठ से सरकार की योजना का मखौल तो उड़ाया गया साथ ही सरकार के पैसों का दुरुपयोग किया गया.
बहरहाल सिस्टम में बैठे नुमाइंदो ने जनपद में बैठे बाबू को बलि का बकरा बना कर सिस्टम से बाहर भले कर दिया परंतु अब देखना दिलचस्प होगा की तीर्थ दर्शन का लाभ उठाने वाले नेताओं पर कार्यवाही होती है या फिर किसी ओर शासकीय कर्मचारी अधिकारी को बाली का बकरा बना लिया जाता है.