ETV Bharat / state

MP Sidhi सैकड़ों आदिवासियों ने बिजली जलाने से किया इनकार, ज्यादा बिल आने से परेशान - ज्यादा बिल आने से परेशान

सीधी जिले के मनवारी में सैकड़ों आदिवासियों ने बिजली जलाने से किया इनकार (Tribals refused to light electricity) कर दिया है. ज्यादा बिजली का बिल आने से हैं ग्रामीण परेशान हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में कम यूनिट में 100 रुपए बिजली के बिल भेजने के निर्देश दिए गए हैं. जिससे प्रदेश की जनता को कम से कम बिजली का बिल देना पड़े. लेकिन आदिवासी अंचल में बिजली का बिल मनमानी तौर पर विभाग द्वारा भेजा जा रहा है. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने की है.

Hundreds of tribals refused to light electricity
MP Sidhi सैकड़ों आदिवासियों ने बिजली जलाने से किया इनकार
author img

By

Published : Dec 13, 2022, 6:52 PM IST

सीधी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि घर बैठे मीटर रीडिंग ली जा रही है और मनमुताबिक बिजली के बिल आदिवासियों को थमाये जा रहे हैं. ऐसा ही मामला सीधी जिले के कुसमी आदिवासी अंचल के ग्राम पंचायत नोढिया देवार्थ के बनवारी गांव में सामने आया आया है, जहां आदिवासियों ने बिजली जलाने से इनकार कर दिया है. साथ ही बिजली कटवाने के लिए वाहन की व्यवस्था करके मड़वास जेई के पास पहुंचे गये. उन्होंने कहा है कि हमारी बिजली काट दी जाए.

Ashoknagar Power Crisis धरने पर बैठे किसान, महाप्रबंधक को भी बंधक बनाया

जांच कराने का आश्वासन : ग्रामीण सरीमन ने बताया कि हमें 1500 -1800 रुपए बिजली का बिल दिया जा रहा है, जबकि इतनी हमारी कमाई ही नहीं है. अब हम बिजली का उपयोग करें या अपने परिवार का पेट भरें. हम जंगल के लोग हैं. जंगल पर ही आश्रित रहते हैं. वहीं मड़वास जेई मनीष सिंह ने बताया कि कुसमी से ग्रामीण आए थे. वह बिजली काटने की बात कर रहे थे. इसकी हम जांच कराएंगे. अगर उनकी शिकायत सही होगी तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

सीधी। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि घर बैठे मीटर रीडिंग ली जा रही है और मनमुताबिक बिजली के बिल आदिवासियों को थमाये जा रहे हैं. ऐसा ही मामला सीधी जिले के कुसमी आदिवासी अंचल के ग्राम पंचायत नोढिया देवार्थ के बनवारी गांव में सामने आया आया है, जहां आदिवासियों ने बिजली जलाने से इनकार कर दिया है. साथ ही बिजली कटवाने के लिए वाहन की व्यवस्था करके मड़वास जेई के पास पहुंचे गये. उन्होंने कहा है कि हमारी बिजली काट दी जाए.

Ashoknagar Power Crisis धरने पर बैठे किसान, महाप्रबंधक को भी बंधक बनाया

जांच कराने का आश्वासन : ग्रामीण सरीमन ने बताया कि हमें 1500 -1800 रुपए बिजली का बिल दिया जा रहा है, जबकि इतनी हमारी कमाई ही नहीं है. अब हम बिजली का उपयोग करें या अपने परिवार का पेट भरें. हम जंगल के लोग हैं. जंगल पर ही आश्रित रहते हैं. वहीं मड़वास जेई मनीष सिंह ने बताया कि कुसमी से ग्रामीण आए थे. वह बिजली काटने की बात कर रहे थे. इसकी हम जांच कराएंगे. अगर उनकी शिकायत सही होगी तो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.