सीधी। जिले की नदियों में मशीनों से रेत उत्खनन के मामले में बीजेपी नेत्री और जिला पंचायत सदस्य ने जिला प्रशासन और पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया है.
'विकास मंत्री नहीं लिफाफा मंत्री हैं कमलेश पटेल'
नदियों का सीना छलनी कर मजदूरों का हक छीन कर मशीनों से रेत उत्खनन का विवाद अब गहराने लगा है. बीजेपी नेत्री और जिला पंचायत सदस्य ऊषा गोपाल पटेल ने प्रशासन और शासन को दोषी मानते हुए हाल ही में 2 दिन पहले खनिज विभाग में अधिकारियों से उलझ गईं थीं.
इतना ही नहीं कलेक्टर को भी ऊषा गोपाल ने रेत खदानों से मशीन से काम होने पर अवगत कराया था. जिसे लेकर उषा गोपाल पटेल के खिलाफ प्रशासन ने थाना में शिकायत दर्ज की. जिससे आक्रोशित बीजेपी नेत्री ने मंत्री कमलेश्वर पटेल को लिफाफा मंत्री कहते हुए जिला कलेक्टर पर खदान संचालकों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि मशीनों से काम बंद नहीं होता तो वह आगे भूख हड़ताल पर बैठेंगी.