ETV Bharat / state

पढ़ाई के साथ खेती कर रहीं बेटियों का ETV BHARAT बना सहारा, मदद के लिए आगे आया प्रशासन

सीधी में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. घर में बैल न होने की वजह से खुद बैल बनकर खेत की जुताई कर रहीं दो बहनों को प्रशासनिक अधिकारियों ने मदद का भरोसा दिया है. खबर दिखाए जाने के बाद अधिकारी इनके घर पहुंचे थे. पढ़िए पूरी खबर..

News effect
खबर का असर
author img

By

Published : Jul 10, 2020, 6:24 PM IST

सीधी। इन दो बेटियों का हौसला बेटों से कहीं ज्यादा है. मां के बीमार होने और पिता के गांव से बाहर फंसे होने के बाद दोनों ने परिवार का बोझ अपने कंधों पर उठाया और खेती करने में जुट गई हैं. इन बेटियों का जज्बा देख ईटीवी भारत अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इनकी आवाज बना और इन बेटियों की तकलीफ जिला प्रशासन की दहलीज तक पहुंचाई, लिहाजा प्रशासनिक अधिकारी इनके घर पहुंचे और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया.

ईटीवी भारत की खबर का असर

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने न सिर्फ इन बेटियों को मनोबल बढ़ाया बल्कि उनकी पढ़ाई लिखाई और किसानी में मदद का पूरा भरोसा भी दिया. सीधी जिले के चुरहट इलाके के नवगंवा पंचायत में रहने वाली इन बेटियों के जज्बे को देख, हरियाणा के अंबाला की एक समाजसेवी संस्था आगे आई और शालू और रीतू के खाते में 25 हजार रुपए भी डाले हैं.

sidhi
खेती का काम करती दो बहनें

खबर का असर होने के बाद एक फिर ईटीवी भारत शालू और रीतू के घर पहुंचा, जिसके बाद दोनों ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें मदद का भरोसा दिया है.

sidhi
घर में बैल न होने की वजह से खुद करतीं जुताई

इस आधुनिक युग में भी ये बेटियां हर वो काम कर सकती हैं, जो बेटे कर सकते हैं. पिता कोरोना संकट की वजह से बाहर फंसे हुए हैं. मां बीमार है दो भाई छोटे हैं. लिहाजा घर के काम के साथ किसानी का बोझ भी दोनों बहने अपने कंधे पर उठा रही हैं.

नवगंवा पंचायत में रहने वाली शालू और रीतू घर में बैल न होने की वजह से खुद बैल बनकर खेत की जुताई कर रही हैं. इसके साथ मे पढ़ाई करती हैं और अपने दो भाइयों को पढ़ाते हुए घर का बोझ अपने कंधों पर लिए हुए है. हालांकि ईटीवी भारत की खबर के बाद जिला प्रशासन जागा है पढ़ाई लिखाई समेत आवास उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है.

सीधी। इन दो बेटियों का हौसला बेटों से कहीं ज्यादा है. मां के बीमार होने और पिता के गांव से बाहर फंसे होने के बाद दोनों ने परिवार का बोझ अपने कंधों पर उठाया और खेती करने में जुट गई हैं. इन बेटियों का जज्बा देख ईटीवी भारत अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इनकी आवाज बना और इन बेटियों की तकलीफ जिला प्रशासन की दहलीज तक पहुंचाई, लिहाजा प्रशासनिक अधिकारी इनके घर पहुंचे और उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिया.

ईटीवी भारत की खबर का असर

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने न सिर्फ इन बेटियों को मनोबल बढ़ाया बल्कि उनकी पढ़ाई लिखाई और किसानी में मदद का पूरा भरोसा भी दिया. सीधी जिले के चुरहट इलाके के नवगंवा पंचायत में रहने वाली इन बेटियों के जज्बे को देख, हरियाणा के अंबाला की एक समाजसेवी संस्था आगे आई और शालू और रीतू के खाते में 25 हजार रुपए भी डाले हैं.

sidhi
खेती का काम करती दो बहनें

खबर का असर होने के बाद एक फिर ईटीवी भारत शालू और रीतू के घर पहुंचा, जिसके बाद दोनों ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के अधिकारियों ने उन्हें मदद का भरोसा दिया है.

sidhi
घर में बैल न होने की वजह से खुद करतीं जुताई

इस आधुनिक युग में भी ये बेटियां हर वो काम कर सकती हैं, जो बेटे कर सकते हैं. पिता कोरोना संकट की वजह से बाहर फंसे हुए हैं. मां बीमार है दो भाई छोटे हैं. लिहाजा घर के काम के साथ किसानी का बोझ भी दोनों बहने अपने कंधे पर उठा रही हैं.

नवगंवा पंचायत में रहने वाली शालू और रीतू घर में बैल न होने की वजह से खुद बैल बनकर खेत की जुताई कर रही हैं. इसके साथ मे पढ़ाई करती हैं और अपने दो भाइयों को पढ़ाते हुए घर का बोझ अपने कंधों पर लिए हुए है. हालांकि ईटीवी भारत की खबर के बाद जिला प्रशासन जागा है पढ़ाई लिखाई समेत आवास उपलब्ध कराने का भरोसा दिया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.