सीधी। बस हादसे में 51 लोग काल के गाल में समा गये, 7 लोगों इस हादसे में ग्रामीणों ने बचाया और 3 अन्य अभी लापता हैं जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू टीम सर्चिंग में लगी है. बुधवार दोपहर बाद से जैसे ही परिजनों को मृतकों का शव मिलना शुरू हुआ, वैसे ही उनका अंतिम संस्कार भी शुरू हो गया.
सीधी सड़क हादसे ने देश-प्रदेश को झकझोर दिया, परिवहन विभाग की लापरवाही पर भी एक सवालिया निशान लगा दिया. हादसे के बाद से ही शासन-प्रशासन के लोग घटना स्थल और मृतकों के गांव पहुंचने लगे. बुधवार को सीएम शिवराज सिंह भी पीड़ित परिवारों से मिल उन्हें सांत्वाना दी और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा भी दिलाया.
दौरे में सीएम ने इनसे की मुलाकात
- सीएम रामपुर नेकिन में दुर्घटना के शिकार पिंकी गुप्ता, अथर्व गुप्ता के घर पहुंचे
- रामपुर नेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जाकर सीएम घायलों का हाल जाना और उनके समुचित उपचार के निर्देश दिये
- सीएम ने रामपुर नैकिन में ही दुर्घटना में मृत विमला द्विवेदी के घर जाकर उनके परिजनों से भेट की
- चुरहट के रामनगर मोहल्ले में सीएम ने मृतक श्यामलाल साकेत की पत्नी से मुलाकात की और भरोसा दिया कि बच्चों के शिक्षा का पूरा प्रबंध सरकार करेगी
- चुरहट के बाद पचोर पहुंचे सीएम ने मृतका खुशबू पटेल के घर जाकर परिजनों को सांत्वना दिया
- ग्राम पडरिया में सीएम मृतक अनिल पटेल तथा ग्राम कुकड़ीझर में मृतक अमरज्योति साकेत के घर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की
दी गई आर्थिक सहायता
मृतकों के परिजनों से मुलाकात करते हुए सीएम ने उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में 7-7 लाख रूपये के चेक सौंपे. इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ अल्पसंख्यक कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री रामखेलावन पटेल, सांसद रीति पाठक, विधायक केदारनाथ शुक्ला, विधायक शरदेन्दु तिवारी के अलावा और अन्य जनप्रतिनिधी मौजूद रहे.