सीधी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका यूनियन इंटक ने नियमितीकरण और वेतन वृद्धि की मांग को लेकर रैली निकाली और धरना दिया है. महिलाओं ने मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने नई शिक्षा नीति का विरोध जताया है.
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि कोरोना काल में आंगनबाड़ियों कार्यकर्ता और सहायिकाओं ने अपनी जान की परवाह न करते हुए जंग लड़ी जबकि उन्हें न तो मास्क दिया गया और न सैनिटाइजर दिया, यहां तक की कम वेतन में अपनी सेवाएं देती रही हैं.
यूनियन की जिला अध्यक्ष विभा पांडेय ने कहा कि सरकार हम लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है. हमें न्यूनतम 21 हजार रुपये प्रति माह वेतन दी जाए, नियमितीकरण के साथ शासकीय कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, साथ ही रिटार्यड होने पर एक लाख रुपये दिए जाएं. आज 50 साल से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी सेवाएं दे रही हैं. किसी भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की मौत हो जाने पर उन्हें घर से एक किसी को नौकरी दी जाए. एसडीएम का कहना है कि ज्ञापन सरकार तक प्रेषित किया जाएगा.