शिवपुरी। जिले में 27 साल बाद बाघों को फिर से बसाया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया नेमाधव राष्ट्रीय उद्यान में तीन टाइगर को बाड़े में रिलीज किया था, जिन्हें अब 4 माह से अधिक समय हो गया है. बाघों ने अब वनक्षेत्र को पूर्ण रूप से समझ लिया है. उन्हें उनके अनुकूल वातावरण मिल गया है. माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी के उप संचालक ने बताया कि इन 4 माह की अवधि में टाइगर द्वारा किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं उत्पन्न की गई है.
बाघों को रेडियो कॉलर : माधव राष्ट्रीय उद्यान के अफसरों का कहना है कि बाघों का आसपास के क्षेत्र एवं मानवों से उच्चतम सामंजस्य स्थापित हो गया है. वर्तमान में तीनों बाघों को रेडियो कॉलर पहनाये गये हैं, जिससे लोकेशन ज्ञात होती रहती है. तीन टाइगर ट्रेकिंग टीमों द्वारा लगातार उनकी निगरानी रखी जा रही है. बाघों के माधव राष्ट्रीय उद्यान में स्थापित होने से बाघों का कुनबा बढ़ेगा. साथ ही पर्यटन को बढ़ाने के प्रयास भी माधव राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन द्वारा किये जा रहे हैं. इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे एवं वन्य प्राणियों के प्रति आमजन को जागरूक करने के लिए कार्यक्रम भविष्य में प्रस्तावित है.
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ग्रामीणों को जागरूक करेंगे: सोशल मीडिया के माध्यम से भी वन्य प्राणियों के प्रति आमजन को जागरूक किया जाएगा. बता दें कि इसी साल मार्च में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने 2 बाघों को माधव नेशनल पार्क के बाड़ों में रिलीज किया था. इस प्रकार 27 साल बाद माधव राष्ट्रीय उद्यान में एक बार फिर बाघों की दहाड़ सुनाई देने लगी. नेशनल पार्क के बलारपुर रेंज में बने बाड़ों में दोनों बाघों को छोड़ा गया है. बाघों को स्लाइडिंग गेट का पहिया घुमाकर बाड़े के अंदर छोड़ा गया.