शिवपुरी। दो दशकों से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा अध्याकप संवर्ग अपनी मूल मांग, मूल शिक्षा विभाग व मूल पदनाम को लेकर अपने आंदोलन को जारी रखे है. पुरानी पेंशन बहाली व अनुकंपा नियुक्ति के नियमों में शिथिलता जैसी मांगें भी जस की तस होने से कर्मचारियों का यह एक बहुत बड़ा वर्ग बेरूखी अपनाए हुए, एक जुट है. शिक्षाकर्मी और संविदा शिक्षकों से शुरू हुए इस सफर में इस संवर्ग को प्राथमिक शिक्षक, माध्यमिक शिक्षक, उच्च माध्यमिक शिक्षक तो बना दिया गया, लेकिन वह आज भी अपने मूल शिक्षा विभाग और मूल पदनाम से वंचित हैं.
इन शिक्षकों ने अपनी 26 सूत्रीय मांगों को लेकर जिलाध्यक्ष राजकुमार सरैया के साथ मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर चौकीकर को सौंपा गया है. ज्ञापन सौंपने के दौरान प्रमुख रूप से कार्यवाहक जिलाध्यक्ष विपिन पचौरी, कुबेर सिंह कुशवाह, मुरारीलाल जाटव आदि उपस्थित रहे. अध्यापकों के इस आंदोलन ज्ञापन को आजाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा और राज्य शिक्षक कांग्रेस के जिलाध्यक्ष अमरदीप श्रीवास्तव ने अपना समर्थन दिया है.
ज्ञापन के माध्यम से सरकार से अध्यापक संवर्ग व नवीन शिक्षक संवर्ग की समस्याओं के शीघ्र निराकरण की मांग की है, तथा सभी लोक सेवकों से कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सामाजिक दूरी बनाए रखने व मास्क लगाने की भी अपील संघ द्वारा की गई है.