शिवपुरी। हार्ट अटैक के बाद शिक्षिका को गुना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. शिक्षिका की हालत स्थिर बताई जा रही है. इस संबंध में जब शिक्षिका की बेटी अंजनि भगत से फोन पर बात की गई तो उनका कहना था कि मां रोजाना स्कूल जाती थीं. बावजूद इसके उनका वेतन काटे जाने से वह टेंशन में थीं. जब स्कूल के हेड मास्टर घनश्याम जाटव से बात की गई तो उनका कहना था कि शिक्षिका वेतन काटे जाने के बाद से परेशान थीं.
स्कूल से एबसेंट दिखा दिया : शिक्षिका को हार्ट अटैक आने से दो दिन पहले ही उनका वेतन आया था. हेड मास्टर घनश्याम जाटव के अनुसार 15 फरवरी को वह शाम 4 बजे बच्चों के जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए दस्तावेज देने वरिष्ठ कार्यालय गया था. उसके पास डीईओ कार्यालय से फोन आया तो उसने संबंधित कर्मचारी को बताया कि पूरा स्टाफ स्कूल में है. वह स्कूल के काम से आए हैं. इसके बाबजूद डीईओ कार्यालय से फोन करने वाले कर्मचारियों ने घनश्याम जाटव, देवमणि भगत, राखी भार्गव, कविता मुडैया को अनुपस्थित दर्शा दिया.
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हेड मास्टर का ये है कहना : बकौल घनश्याम जाटव इस संबंध में अगले दिन ही उन्होंने वाट्सएप ग्रुप पर अपना स्पष्टीकरण दे दिया था, जिसके चलते उन्हें नोटिस भी जारी नहीं किया गया. जब वेतन आया तो उसमें पूरे स्टाफ का 15 फरवरी का वेतन कटा हुआ था. इसी कारण स्टाफ परेशान हो गया. इस पूरे मामले में शिक्षा अधिकारी समर सिंह राठौड़ का कहना है कि मेरी जानकारी में ऐसा कोई मामला नहीं है. रही बात हार्ट अटैक की तो इसका मोबाइल मानीटरिंग से कोई लेना देना नहीं है.