शिवपुरी। सुरवाया थाना क्षेत्र के खेरोना का रहने वाला पलुआ आदिवासी सोमवार सुबह जिला अस्पताल पहुंचा. जहां उसने मृतक की पहचान अपने बेटे बृजेश आदिवासी के रूप की. पलुआ ने बताया कि उसका बेटा ब्रजेश पत्थर की खदान पर मजदूरी का काम करता था. काफी समय से वह खेरोना निवासी भूरा गुर्जर की अर्जुनगवा स्थित पत्थर की खदान पर काम करता था. पीड़ित पिता ने बताया कि बीते रोज बृजेश सुबह की वक्त खदान पर निकला था. वह दोपहर के समय घर वापस आ गया था. दोपहर के समय भूरा गुर्जर घर आया और बृजेश को ट्रॉली खाली करवाने की कहकर अपने साथ ले गया. इसके बाद बृजेश वापस घर नहीं लौटा.
साथियों से पुलिस की पूछताछ : पीड़ित पिता के अनुसार रात के समय भूरा गुर्जर ने फोन पर सूचना दी कि बृजेश की तबियत खराब हुई थी. इसके कारण उसे जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है. पलुआ आदिवासी का कहना है कि जब वह अस्पताल पहुंचा तो उसे पता चला कि कुछ लोग उसे मृत अवस्था में अस्पताल में छोड़कर भाग गए. पलुआ ने बताया कि बृजेश के साथी मजदूर अजय, हलकन, आकाश और अरविंद भी मौत की असल बजह सही नहीं बता रहे हैं. सभी लोग उसके बेटे की मौत का कारण छुपाने में लगे हैं. सुरवाया थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है. सुरवाया थाना प्रभारी रामेंद्र सिंह चौहान का कहना है कि संभवतः बृजेश की मौत ट्रैक्टर-ट्रॉली से गिरने से हुई है. परिजन और मृतक बृजेश के साथी और भूरा गुर्जर से पूछताछ की जा रही है.
भैंसे मालिक पर मामला दर्ज : शिवपुरी जिले के करैरा थाना क्षेत्र के टोकनपुर गांव में एक युवक की मौत का कारण एक भैंसे को माना गया गया था. युवक की मौत का जिम्मेदार परिजनों ने भैंसे के मालिक को मानते हुए हत्या करवाने के आरोप लगाए थे. पुलिस ने भैंसे के मालिक पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया है. टोकनपुर गांव के रहने वाले 43 वर्षीय शिवचरण जाटव पुत्र शिवराम जाटव पर 31 अगस्त को एक भैंसे ने उस समय हमला बोल दिया था, जब वह खेत पर अपनी बकरियों को चला रहा था. भैंसे ने शिवचरण को पैरों से भी कुचल दिया था, जिससे मौके पर ही मौत हो गई थी.
महिला सफाई कर्मी को मिला बैग : शिवपुरी शहर के वार्ड क्रमांक के 38 में एक सफाईकर्मी महिला की ईमानदारी की चर्चा है. दरअसल, महिला सफाईकर्मी को एक पर्स में सोने की की चैन और कुछ पैसे कचड़े के ढेर में मिले, जिन्हें महिला सफाईकर्मी ने असल हकदार की तलाश कर उन्हें सुपुर्द कर दिया. वार्ड क्रमांक 38 कान्हाकुंज के रहने वाले विकास व्यास के घर गमी हो गई थी. इसकी साफ-सफाई में घर में रखी एक सोने की चैन सहित कुछ पैसों से भरा एक छोटा पर्स भी कचड़ा समझ कर फेंक दिया गया था.रोज की तरह महिला सफाईकर्मी बविता ने अन्य घरों के साथ साथ विकास व्यास के घर का कचड़ा एकत्रित कर लिया था. इसी कचड़े के ढेर में बविता को एक छोटा पर्स दिखाई दिया. बविता ने जब पर्स को खोलकर देखा तो उसमें पैसे सहित एक सोने की चैन रखी हुई थी. महिला सफाईकर्मी बविता की ईमानदारी को देखते हुए वार्डवासियों ने उसकी ईमानदारी की सराहना की. इसके अतिरिक्त वार्ड क्रमांक 38 के पार्षद वेदांश सविता ने बविता बाई का शॉल श्रीफल देकर सम्मान भी किया.