शिवपुरी। चुनाव जीतने के बाद अब विजयी प्रत्याशी मंत्री पद के लिए अभी से एड़ी चोटी का जोर लगाने में जुट गए हैं. हालांकि अभी सीएम का ही नाम तय नहीं है लेकिन जीते हुए भाजपा विधायक मंत्रिमंडल में जगह पाने अपनी-अपनी फील्डिंग में जुट गए हैं.
दिल्ली पहुंचकर की मुलाकात: विधायक बनने के बाद अब मंत्री पद हासिल करने के लिए विजयी प्रत्याशियों की ओर से मंत्री बनने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. इसी क्रम में कोलारस विधायक महेंद्र यादव को मंत्रिमंडल में शामिल किये जाने की सिफारिश लेकर अंचल के कई भाजपा नेता दिल्ली पहुंचे. दिल्ली पहुंचकर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मुलाकात की.
सबसे ज्यादा मतों से जीते: जिले की पांचों विधानसभाओं में सबसे अधिक और चंबल अंचल में तीसरे स्थान पर मत प्राप्त करने वाले विधायक महेंद्र यादव हैं .जिन्होंने 50000 से अधिक मतों से विजय होकर अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को हराया है. यही वजह है की महेंद्र यादव को मंत्री पद दिए जाने की बात वरिष्ठ नेताओं के समक्ष रखी जा रही है.
मंत्रिमंडल के दोनों मंत्री रेस से बाहर: शिवपुरी जिले की पांच विधानसभाओं में 2018 के परिणामों के बाद भाजपा सरकार में शिवपुरी से विधायक यशोधरा राजे सिंधिया को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था. वहीं सिंधिया समर्थक और पोहरी विधायक सुरेश धाकड़ को राज्य मंत्री बनाया गया था. इस बार 2023 का विधानसभा चुनाव यशोधरा राजे सिंधिया ने नहीं लड़ा और पोहरी विधानसभा से चुनाव लड़े सुरेश धाकड़ को 49,481 वोटों से बड़ी हार का सामना करना पड़ा. यानि इस बार दोनों ही मैदान से बाहर हैं.
चारों विधायक चाहते हैं मंत्री बनना: बता दें कि जिले की पांच विधानसभाओं में चार पर भाजपा ने जीत दर्ज कराई है. सभी चारों विधायकों की जीत की अलग ही कहानी है जो बताती है कि उन्हें सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल किया जाए. शिवपुरी विधानसभा से रिकॉर्ड जीत दर्ज करने वाले विधायक देवेंद्र जैन बन गए हैं. उन्होंने 43,030 वोटों से जीत दर्ज कराई. यह 90 के दशक से अब तक की सबसे बड़ी जीत है. इसी प्रकार कोलारस से भाजपा विधायक महेंद्र यादव ने 50,973 मतों से रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज कराई है. 90 के दशक से कोलारस में अब तक की सबसे बड़ी जीत है.
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करैरा और पिछोर का हाल: करैरा विधानसभा में साल 2013 के बाद 2023 में कमल खिला है. लंबे इन्तजार के बाद रमेश खटीक ने भाजपा की ओर से जीत दर्ज कराई है. बता दें 2008 में रमेश खटीक ही भाजपा की ओर से चुनाव जीते थे. पिछोर विधानसभा सीट लंबे समय बाद भाजपा के पाले में गई है. 1990 में आखिरी बार भाजपा की ओर से लक्ष्मी नारायण गुप्ता चुनाव जीते थे इसके बाद लगातार पिछोर सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा. 2023 विधानसभा के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी प्रीतम लोधी इस बार चुनाव जीते हैं.