शिवपुरी. आगामी विधानसभा चुनाव में सियासी बिसात बिछने के साथ ही अब मध्यप्रदेश में राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. इसी सिलसिले में शनिवार को प्रदेश के पूर्व मंत्री और कांग्रेस से राघोगढ़ विधायक जयवर्धन सिंह ने बीजेपी के शासन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने बीजेपी में चल रही नाराजगी का जिक्र करते हुए, कहा कि भाजपा में आज चार गुट हो गए हैं. शिवराज भाजपा, महाराज भाजपा, नाराज भाजपा और अमित शाह भाजपा.
बता दें, जयवर्धन सिंह शनिवार को क्षेत्र के कोलारस विधानसभा के बदरवास के गुढाल गांव में पहुंचे थे. यहां से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह गोटू 24 अगस्त को भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए हैं.
पैसों के भूखे हम नहीं भाजपा और सिंधिया के लोग: जयवर्धन सिंह ने साथ ही कहा, "पैसों के भूखे हम नहीं भाजपा और सिंधिया के लोग हैं. उन्होंने 35-35 करोड़ रुपये के लिए यह सब किया."
योग्य युवाओं को नहीं मिल रही नौकरी: इसके अलावा उन्होंने प्रदेश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा- "भाजपा की सरकार ने युवाओं को व्यापम घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाला दिया है. भाजपा के राज में सिर्फ उन लोगों को नौकरी मिल रही है, जो धनबल से मजबूत हैं. योग्य युवाओं को तो नौकरी मिल ही नहीं पा रही है. जब कांग्रेस की सरकार थी और दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री थे, तब कांग्रेस ने गांव-गांव में युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया कराए थे. शिक्षाकर्मी, पंचायत सचिव, रोजगार सहायक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा, उषा जैसे सरकारी पद कांग्रेस सरकार की देन हैं. अगर मप्र में कांग्रेस की सरकार आई तो आप तय मानना सिलेंडर 1200 नहीं 500 रुपये में ही मिलेगा."
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100 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी: उन्होंने कहा, "अगर मप्र में कांग्रेस की सरकार आती है तो कमलनाथ जी की घोषणा के तहत इंद्रा गृह ज्योति के माध्यम से हर परिवार को 100 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जाएगी. अगली 100 यूनिट बिजली का सिर्फ आधा दाम ही वसूला जाएगा."
मप्र अपराध में नंबर वन: इधर प्रदेश के विकास को लेकर भी उन्होंने पलटवार किया. उन्होंने कहा, "मप्र में विकास कहां हुआ है. मप्र महिला अपराध में नंबर वन पर आ गया है. किसानों की आत्महत्या के मामले में प्रदेश नंबर वन है. हर सरकारी कार्यालय में भाजपा के दलाल बैठे हुए हैं. यही कारण है जो काम जनता के अधिकार हैं, जो काम किसान के अधिकार हैं, उन कामों को बिना लेनदेन के नहीं कराया जा पा रहा है."