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इंदौर से श्योपुर पहुंचे छात्र, प्रशासन बेखबर - Sheopur news

इंदौर में पढ़ रहे कई छात्र सोमवार को बिना परमिशन के श्योपुर पहुंच गए. जिन्हें जांच के लिए अस्पताल ले जाया गया. लेकिन इन छात्रों से मिलने प्रशासन का कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा और छात्रों ने पूरी रात हॉस्पिटल के चेम्बर में ही गुजारी.

Students reach Sheopur from Indore without permission
इंदौर से श्योपुर पहुंचे छात्र
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Published : May 12, 2020, 9:49 PM IST

श्योपुर। लॉकडाउन के दौरान इंदौर में पढ़ रहे कई छात्र बिना परमिशन के श्योपुर पहुंचे. लेकिन जिले में कोरोना मरीज नहीं मिलने से प्रशासन वाह-वाही लूटने में लगा है. जहां जिले भर में लगभग सभी चीजों के लिए पूरी तरह से छूट दे रखी है.

इंदौर से श्योपुर पहुंचे छात्र

इंदौर से आए सभी छात्र अपने प्राइवेट वाहन और कुछ किराए से वाहन करके श्योपुर पहुंचे हैं. जिले में पहुंचते ही इन छात्रों को रोक लिया गया. जिनकी स्क्रीनिंग भी की गई और छात्रों ने रात हॉस्पिटल के चेम्बर में ही गुजार ली. लेकिन प्रशासन का कोई भी अधिकारी इन छात्रों से मिलने तक नहीं पहुंचा और ना ही ये बताया गया कि छात्रों को क्वारेंटाइन में रहना है या फिर घर जाना है.

छात्रों ने बताया कि वो लोग हॉस्पिटल गए जहां सभी की जांच की गई. तहसीलदार ने उनसे बात करते हुए कहा कि सभी के खाने की व्यवस्था कराई जा रही है और कुछ ही देर में पटवारी खाना लेकर उनके पास पहुंच जाएगा, लेकिन कोई नहीं आया. जिसके बाद छात्र खुद ही खाना लेकर आए. रातभर इंतजार करने के बाद सभी छात्र अपने घर चले गए. छात्रों का कहना है कि यदि प्रशासन उन्हें क्वारेंटाइन करता है तो करें नहीं तो घर जाने दें.

श्योपुर। लॉकडाउन के दौरान इंदौर में पढ़ रहे कई छात्र बिना परमिशन के श्योपुर पहुंचे. लेकिन जिले में कोरोना मरीज नहीं मिलने से प्रशासन वाह-वाही लूटने में लगा है. जहां जिले भर में लगभग सभी चीजों के लिए पूरी तरह से छूट दे रखी है.

इंदौर से श्योपुर पहुंचे छात्र

इंदौर से आए सभी छात्र अपने प्राइवेट वाहन और कुछ किराए से वाहन करके श्योपुर पहुंचे हैं. जिले में पहुंचते ही इन छात्रों को रोक लिया गया. जिनकी स्क्रीनिंग भी की गई और छात्रों ने रात हॉस्पिटल के चेम्बर में ही गुजार ली. लेकिन प्रशासन का कोई भी अधिकारी इन छात्रों से मिलने तक नहीं पहुंचा और ना ही ये बताया गया कि छात्रों को क्वारेंटाइन में रहना है या फिर घर जाना है.

छात्रों ने बताया कि वो लोग हॉस्पिटल गए जहां सभी की जांच की गई. तहसीलदार ने उनसे बात करते हुए कहा कि सभी के खाने की व्यवस्था कराई जा रही है और कुछ ही देर में पटवारी खाना लेकर उनके पास पहुंच जाएगा, लेकिन कोई नहीं आया. जिसके बाद छात्र खुद ही खाना लेकर आए. रातभर इंतजार करने के बाद सभी छात्र अपने घर चले गए. छात्रों का कहना है कि यदि प्रशासन उन्हें क्वारेंटाइन करता है तो करें नहीं तो घर जाने दें.

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