श्योपुर। बिजली कंपनी बिलों की बकाया राशि वसूलने के लिए अपने उपभोक्ताओं को कई तरह की सहूलियत देती है. ताकि वह बकाया राशि को वसूल सके. लेकिन श्योपुर में बिजली कंपनी बिल वसूलने में नाकामयाब रही है. मध्य प्रदेश विद्युत वितरण कंपनी कभी बिलों में छूट देती है तो कभी बिजली आंकलित खपत को घटाकर बिल वसूलती है. लेकिन विद्युत वितरण कंपनी ने इस बार बिजली बिलों की वसूली के लिए एक अनोखा तरीका निकाला है. बिजली विभाग आदिवासी जिले श्योपुर में आजीविका मिशन से जुड़ी 10वीं पास महिलाओं को बिलों की वसूली के लिए जिम्मेदारी सौंपी जा रही है.
श्योपुर में बिजली कंपनी ने अगले महीने से बकाया राशि की वसूली करने के लिए आजीविका की 10वीं पास महिलाओं को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है. यह महिलाएं हर पंचायत में बिलों की वसूली करेगी. इसके लिए बिजली कंपनी ऐसी महिलाओं से अनुबंध करने जा रही हैं. मध्य प्रदेश में पहली बार यह प्रयोग मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी करने रही है. इस योजना को बिजली विभाग ने निस्ट विद्युत मित्र नाम दिया है.
आजीविका प्रभारी डॉक्टर एके मुदगल का कहना है कि इस योजना के तहत जिन महिलाओं को शामिल किया गया है उन्हें विभाग द्वारा समय समय पर प्रोत्साहन राशि मुहैया कराई जाएगी. श्योपुर बिजली कंपनी के महाप्रबंधक दिनेश सुखीजा ने बताया कि श्योपुर जिले में बिजली उपभोक्ताओं पर विद्युत कंपनी के 299 करोड़ रुपए बकाया है. राज्य ग्रामीण आजीवीका मिशन से कंपनी स्तर पर समझौता किया गया है. 10वीं पास जो महिलाएं है जो स्वसहायता समूह से जुड़ी हुई हैं. उनके द्वारा वसूली का काम, नया बिजली कनेक्शन देने का काम और इसके अलावा राजस्व से संबंधित काम है यह महिलाओं को सौंपे जा रहे हैं.
राज्य सरकार और बिजली कंपनी का मानना है कि महिलाओं की सहायता लेकर वसूली के काम को तेजी से किया जाए. इस दौरान श्योपुर में 24 महिलाओं से अनुबंध किया जा चुका है और बाकि महिलाओं को इस योजना से जोड़ने के लिए कंपनी प्रयास कर रही है. इन महिलाओं के अन्य कामों में नए कनेक्शन डलवाना और बिजली चोरी करने वालों को पकड़वाने पर अलग से कमीशन भी बिजली कंपनी के द्वारा दिया जाएगा. श्योपुर में कुल 225 ग्राम पंचायत हैं. जिनमें से 202 पंचायतों की पात्र महिलाओं की सूची आजीविका मिशन श्योपुर ने बना ली है और अब तक 24 महिलाओं का अनुबंध किया जा चुका है और जिन महिलाओं को ट्रेनिंग दी जा चुकी है उन्होंने 14 गांव में काम करना भी शुरू कर दिया है.
299 करोड़ बकाया है राशि
श्योपुर जिले में उपभोक्ताओं पर विद्युत कंपनी के 299 करोड़ रुपए बकाया है. इनमें से करीब 30 करोड़ रुपए शहरी क्षेत्र विजयपुर, बड़ौदा और कराहल इसके बाद शेष 269 करोड़ रुपए गांव में बकाया है. इनमें से गांव के घरेलू उपभोक्ताओं पर 157 करोड़ रुपए और खेतों पंप कनेक्शन पर 95 करोड़ से ज्यादा बकाया है.
आजीविका मिशन की महिलाओं को जिम्मा
बिजली कंपनी महाप्रबंधक श्योपुर का कहना है कि उपभोक्ताओं से वसूली पूर्ण ऊपर ना होने के कारण आजीविका मिशन से बिजली कंपनी से समझौता किया है और अगले महीने से वसूली करने का जिम्मा आजीविका मिशन की महिलाओं को सौंपा जा रहा है. वह लोकल स्तर पर वसूली के काम को अच्छी तरह से अंजाम दे सकेगी. जिससे बकाया राशि की वसूली में तेजी आ सकेगी.