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मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट कांग्रेसी विधायकों के लिए अग्निपरीक्षा, खुद से ज्यादा वोट दिलाने का है दबाव - vijaypur loksabha seat

मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा में से 7 पर कांग्रेस का कब्जा है. एक सीट विजयपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है. इस सीट से बीजेपी के सीताराम आदिवासी ने कांग्रेसी प्रत्याशी को बेहद कम वोटों से हराया था. अब मुरैना-श्योपुर सीट से  रामनिवास रावत प्रत्याशी है और रामनिवास रावत की जीत ही विधायकों के लिए बड़ी चुनौती है.

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Published : Apr 26, 2019, 8:40 PM IST

श्योपुर। मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट के सात विधायकों को लोकसभा चुनाव को लेकर चिंता सताने लगी है. सातों कांग्रेसी विधायकों के पास एक बड़ी चुनौती है जिसमें उन्हें लोकसभा प्रत्याशी रामनिवास रावत चुनाव में जीत दिलाना है.


मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा में से 7 पर कांग्रेस का कब्जा है. एक सीट विजयपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है. इस सीट से बीजेपी के सीताराम आदिवासी ने कांग्रेसी प्रत्याशी को बेहद कम वोटों से हराया था. अब मुरैना-श्योपुर सीट से रामनिवास रावत प्रत्याशी है और रामनिवास रावत की जीत ही विधायकों के लिए बड़ी चुनौती है.


पार्टी हाई कमान ने इन 7 विधायकों को लोकसभा प्रत्याशी रामनिवास रावत को खुद से भी ज्यादा वोट दिलाने का टारगेट दे रखा है. जिस पर खरा उतरना इन 7 विधायकों के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. राजनीति के जानकार भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के इन 7 विधायकों की अग्निपरीक्षा होने की बात कह रहे है.

कांग्रेसी


बीजेपी प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विकास और राष्ट्रवाद के मुद्दे को लेकर जनता के बीच गए है. दुसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास रावत बीजेपी से खुद की टक्कर होने की बात कह रहे हैं. साथ ही जाति के बजाय कांग्रेस के घोषणा पत्र को जनता के सामने रखकर चुनाव जीतने का दावा कर रहे है.


जाने किस विधायक को विधानसभा चुनाव में मिले कितने वोट-
⦁ श्योपुर- कांग्रेस विधायक बाबू लाल जंडेल बीजेपी के पूर्व विधायक दुर्गा लाल विजय को 41 हजार 710 वोटों से हराया था.
⦁ विजयपुर-बीजेपी विधायक सीताराम आदिवासी ने कांग्रेस के पूर्व विधायक रामनिवास रावत को 2840 वोटों से हराया था.
⦁ सबलगढ़ -कांग्रेस के वैजनाथ कुशवाह ने बसपा प्रत्याशी लाल सिंह केवट को 8 हजार 747 वोटों से हराया था.
⦁ जौरा-कांग्रेस के बनवारी लाल जापथाप ने भाजपा के पूर्व विधायक सूवेदार रजौधा को 17 हजार 419 वोटों से हराया था.
⦁ मुरैना-कांग्रेस के रघुराज सिंह कंसाना ने भाजपा के पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह को 20 हजार 450 वोटों से हराया था.
⦁ दिमनी-कांग्रेस के गिर्राज डंडोतिया ने भाजपा के शिवमंगल सिंह को 17 हजार 86 मतों से हराया.
⦁ अम्बाह-कांग्रेस के कमलेश जाटव ने सपाक्स की नेहा किन्नर को 7 हजार 547 वोटों से हराया था.
⦁ सुमावली-कांग्रेस के एदल सिंह कंसाना ने भाजपा के अजब सिंह कुशवाह को 17 हजार 419 मतों से हराया था.

श्योपुर। मुरैना-श्योपुर लोकसभा सीट के सात विधायकों को लोकसभा चुनाव को लेकर चिंता सताने लगी है. सातों कांग्रेसी विधायकों के पास एक बड़ी चुनौती है जिसमें उन्हें लोकसभा प्रत्याशी रामनिवास रावत चुनाव में जीत दिलाना है.


मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा में से 7 पर कांग्रेस का कब्जा है. एक सीट विजयपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है. इस सीट से बीजेपी के सीताराम आदिवासी ने कांग्रेसी प्रत्याशी को बेहद कम वोटों से हराया था. अब मुरैना-श्योपुर सीट से रामनिवास रावत प्रत्याशी है और रामनिवास रावत की जीत ही विधायकों के लिए बड़ी चुनौती है.


पार्टी हाई कमान ने इन 7 विधायकों को लोकसभा प्रत्याशी रामनिवास रावत को खुद से भी ज्यादा वोट दिलाने का टारगेट दे रखा है. जिस पर खरा उतरना इन 7 विधायकों के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. राजनीति के जानकार भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के इन 7 विधायकों की अग्निपरीक्षा होने की बात कह रहे है.

कांग्रेसी


बीजेपी प्रत्याशी केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विकास और राष्ट्रवाद के मुद्दे को लेकर जनता के बीच गए है. दुसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास रावत बीजेपी से खुद की टक्कर होने की बात कह रहे हैं. साथ ही जाति के बजाय कांग्रेस के घोषणा पत्र को जनता के सामने रखकर चुनाव जीतने का दावा कर रहे है.


जाने किस विधायक को विधानसभा चुनाव में मिले कितने वोट-
⦁ श्योपुर- कांग्रेस विधायक बाबू लाल जंडेल बीजेपी के पूर्व विधायक दुर्गा लाल विजय को 41 हजार 710 वोटों से हराया था.
⦁ विजयपुर-बीजेपी विधायक सीताराम आदिवासी ने कांग्रेस के पूर्व विधायक रामनिवास रावत को 2840 वोटों से हराया था.
⦁ सबलगढ़ -कांग्रेस के वैजनाथ कुशवाह ने बसपा प्रत्याशी लाल सिंह केवट को 8 हजार 747 वोटों से हराया था.
⦁ जौरा-कांग्रेस के बनवारी लाल जापथाप ने भाजपा के पूर्व विधायक सूवेदार रजौधा को 17 हजार 419 वोटों से हराया था.
⦁ मुरैना-कांग्रेस के रघुराज सिंह कंसाना ने भाजपा के पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह को 20 हजार 450 वोटों से हराया था.
⦁ दिमनी-कांग्रेस के गिर्राज डंडोतिया ने भाजपा के शिवमंगल सिंह को 17 हजार 86 मतों से हराया.
⦁ अम्बाह-कांग्रेस के कमलेश जाटव ने सपाक्स की नेहा किन्नर को 7 हजार 547 वोटों से हराया था.
⦁ सुमावली-कांग्रेस के एदल सिंह कंसाना ने भाजपा के अजब सिंह कुशवाह को 17 हजार 419 मतों से हराया था.

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श्योपुर-आम तौर पर चुनावों में देखा जाता है कि चुनाव लड़ने बाले प्रत्याशियों को हर पांच साल बाद होने वाले चुनाव जीतने के लिए भारी टेंशन रहती है लेकिन इस वार के लोकसभा चुनावों में मुरैना श्योपुर लोकसभा प्रत्याशी से ज्यादा दौनो जिलों के कांग्रेसी विधायकों में चुनाव जीतने के चार महीने बाद ही देखी जाने लगी है। क्या है पूरा मामला देखिये ये खास रिपोर्ट


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मुरैना -श्योपुर के कांग्रेसी विधायको को चुनाव जीतने के चार महीने बाद ही अग्निपरीक्षा से गुजरना पड़ रहा है। मुरैना-श्योपुर लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा आती है जिनमे से 7 पर कांग्रेस विधायकों का कब्जा है महज एक सीट जो कांग्रेस के लोकसभा प्रत्याशी रामनिवास रावत की विजयपुर विधानसभा पर बीजेपी का कब्जा है। रामनिवास रावत बीजेपी के सीताराम आदिवासी से मामूली बोटो के अंतर से चुनाव हारे थे अब अपने घर मे पार्टी की बापिसी रामनिवास के लिए बड़ी चुनोती है। लेकिन सबसे बड़ी चुनोती मुरैना-श्योपुर के उन 7 कांग्रेसी विधायको के लिए है जो 4 महीने पहले ही चुनाव जीतकर विधायक बने है। क्योकि पार्टी हाई कमान ने इन 7 विधायकों को लोकसभा प्रत्याशी रामनिवास रावत को खुद से भी ज्यादा बोट दिलाने का टारगेट दे रखा है इस पर खरा उतरना इन 7 विधायकों के लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नही है।
आइए नजर डाले विधानसभा चुनाव पर।कितने कितने बोटो से जीते विधायक।

श्योपुर-कांग्रेस विधायक बाबू लाल जंडेल बीजेपी के पूर्व विधायक दुर्गा लाल विजय को 41 हजार 710 बोटो से जीते।

विजयपुर-बीजेपी विधायक सीताराम आदिवासी ने कांग्रेस के पूर्व विधायक रामनिवास रावत को 2840 बोटो से हराया था

सबलगढ़ -कांग्रेस के वैजनाथ कुशवाह ने बसपा प्रत्याशी लाल सिंह केबट को 8 हजार 747 बोटो से हराया था।

जौरा-कांग्रेस के बनवारी लाल जापथाप ने भाजपा के पूर्व विधायक सूवेदार रजौधा को 17 हजार 419 बोटो से हराया था।

मुरैना-कांग्रेस के रघुराज सिंह कंषाना ने भाजपा के पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह को 20 हजार 450 बोटो से हराया था।

दिमनी-कांग्रेस के गिर्राज डंडोतिया ने भाजपा के शिवमंगल सिंह को 17 हजार 86 मतों से हराया था।

अम्बाह-कांग्रेस के कमलेश जाटव ने सपाक्स की नेहा किन्नर को 7 हजार 547 बोटो से हराया था।

सुमावली-कांग्रेस के एदल सिंह कंषाना ने भाजपा के अजब सिंह कुशवाह को 17 हजार 419 मतों से हराया था


Conclusion:राजनीति के जानकार भी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के इन सात विधायको की अग्निपरीक्षा होने की बात कह रहे है वही बीजेपी प्रत्याशी केन्द्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर विकास और राष्ट्रवाद को लोगो के बीच रख कर बोट मांग रहे है वही कांग्रेस प्रत्याशी रामनिवास रावत बीजेपी से खुद की टक्कर होने की बात कहते हुए जाति के नाम पर चुनाव ना लड़ने की बात कहकर विकास और लोगो को 72 हजार रुपये सालाना दिए जाने के कांग्रेस के घोषणा पत्र को आगे रखकर चुनाव लड़ रहे है।

बाईट
इंशाफ कुर्रेशी पत्रकार एवं राजनीति के जानकार श्योपुर
नरेंद्र सिंह तोमर केन्द्रीय मंत्री एवं बीजेपी प्रत्याशी मुरैना-श्योपुर
रामनिवास रावत कांग्रेस प्रत्याशी मुरैना-श्योपुर
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