श्योपुर। एमपी के श्योपुर कूनो नेशनल पार्क में और 12 चीते साउथ अफ्रीका से आने वाले हैं. (India Cheetah Project) भारत आने वाले सभी चीते साउथ अफ्रीका में क्वारटींन हैं. केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक जनवरी में 12 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में स्थानांतरित किए जाने की योजना अंतिम चरण में है. यह चीते जनवरी में भारत लाए जा सकते हैं. इससे पहले सितंंबर में नामीबिया से 8 चीते कूनो लाए गए थे जिनको खुले जंगल में छोड़ने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है. जल्द ही पर्यटकों का चीतों को देखने का इंतजार खत्म होने वाला है.
खुले जंगल में होगा चीतों का दीदार: नामीबिया से लाए जाने के बाद से ही चीतों का दीदार करने के लिए इंतजार कर रहे देशी, विदेशी पर्यटकों का इंतजार अब जल्द ही खत्म होने वाला है. जब चीते खुले जंगल में छोड़ दिए जाएंगे तो देश में इकलौता कूनो नेशनल पार्क ही होगा जहां पर्यटक चीतों को देख सकेंगे. इसलिए पर्यटकों की संख्या नए रिकॉर्ड भी बना सकती है. पिछले साल 17 सितंबर को नामीबिया से लाए गए चीतों को श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में बसाया गया था. पहले इन चीतों को एक छोटे बाड़े में क्वारंटाइन रखा गया. जिसके बाद सभी चीते बड़े बाड़े में शिफ्ट किए जा चुके हैं. इन 8 चीतों में 3 नर और 5 मादा हैं. पार्क प्रबंधन चीता टॉस्क फोर्स की बैठक के बाद बड़े बाड़े में रह रहे चीतों को जल्द ही खुले जंगल में छोड़ दिया जाएगा.
चीतों को छोड़ने की तैयारियां पूरी: कूनो नेशनल पार्क के डीएफओ प्रकाश कुमार वर्मा का कहना है कि, सभी चीते पूरी तरह से स्वस्थ हैं. और कूनो के माहौल में भी पूरी तरीके से ढल गए हैं. अब इन चीजों को बड़े-बाड़े में छोड़ा जाना है जिसकी पूरी तैयारियां हो गई है. अब सिर्फ चीता टास्क फोर्स की बैठक होने के बाद निर्णय लिया जाना है कि कब इनको खुले जंगल में छोड़ा जाना है. डीएफओ ने कहा कि चीतों को बड़े बाड़े से खुले जंगल में रिलीज करने की तारीख तय नहीं है, क्योंकि टास्क फोर्स और केंद्र सरकार ही इस बारे में कुछ बता पाएंगे. फरवरी माह में चीतों को खुले में छोड़ने की योजना के मद्देनजर सभी तरह की तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी हैं. साथ ही टूरिज्म की शुरुआत को लेकर भी इंतजाम किए जा रहे हैं. कूनो पार्क का पिछले सीजन से बंद टिकटोली गेट भी अब पर्यटकों के लिए खुल जाएगा.