श्योपुर। किसानों ने व्यापारियों पर सरसों की उपज के कम दाम लगाने का आरोप लगाया है. इसका विरोध करते हुए किसानों ने मंडी में जमकर हंगामा किया. किसानों का आरोप है कि व्यापारी कालाबाजरी करने के चक्कर में रात में उनको फसल बेचने के लिए बुलाते हैं. जिससे किसानों को नुकसान उठाना पड़ा रहा है.
व्यापारी नहीं दे रहे किसानों के फसलों के उचित दाम
विजयपुर मंडी व्यापारियों द्वारा किसानों की सरसों की उपज के औने-पौने दाम लगाए जा रहे हैं. जिसे लेकर शुक्रवार को किसानों ने मंडी में एक बार फिर से हंगामा कर दिया. जिसके बाद व्यापारी बोली बंद करके मंडी से चले गए. शाम करीब 4 बजे से मंडी में फसल खरीदी बंद हो गई. जिसके बाद कई किसानों को मंडी से बिना फसल बेचे ही घर वापस लौटना पड़ा. विजयपुर मंडी में ये हालात पिछले 5 से 6 दिनों से लगातार बन रहे हैं.
हर बार व्यापारी खरीदी बंद कर देते हैं. किसानों को ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का हजारों रुपये भाड़ा चुकाना पड़ रहा है. किसानों ने कहा कि व्यापारी उनकी सरसों की उपज के दाम 4100-4200 रुपये प्रति क्विंटल लगा रहे हैं, जबकि सरसों के मंडी भाव इन दिनों 5700-5800 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं. किसानों को 1500-1600 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से नुकसान उठाना पड़ रहा है.
मंडी टैक्स चोरी करने के लिए किसानों को रात में गोदाम पर फसल बेचने बुला रहे व्यापारी
विजयपुर इलाके के किसानों का आरोप है कि मंडी के कुछ व्यापारी उन्हें रात में गोदाम पर आकर फसल बेचने के लिए कह रहे हैं. मंडी टैक्स की चोरी करने के चक्कर में व्यापारी ऐसा कर रहे हैं. मंडी में जो फसल खरीदी जाती है उसका रिकार्ड रहता है, लेकिन जो फसल वह अपने गोदामों पर खरीदते हैं उनका रिकॉर्ड शासन-प्रशासन के पास नहीं होता है. जिसका फायदा व्यापारी उठा लेते हैं. किसानों की माने तो व्यापारी ब्लैक में फसल खरीदी के लिए मंडी में बार-बार खरीदी बंद कर देते हैं ताकि मजबूर किसान उनके गोदामों पर रात के अंधेरे में फसलें बेचने पहुंचे.