श्योपुर। लॉक डाउन के दौरान जिले भर में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत बीमारी या दूसरे कारणों से हो चुकी है. जिसमें 20 से ज्यादा लोग हिंदू समाज के रहे हैं उनकी आकस्मिक मौत के बाद उनके चार से पांच परिजनों ने मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार तो परेशानी उठा कर जैसे-तैसे कर लिया, लेकिन अपने मृतक परिजनों की अस्थियों का विसर्जन अब तक नहीं कर सके हैं. हालात ऐसे हैं कि एक माह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी मृतकों की अस्थियां सोरों या हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जन के लिए नहीं जा सकी हैं. साथ ही लोग तेरहवीं में ब्राह्मण भोज तक नहीं करा पा रहे हैं.
अस्थियां विसर्जन को लेकर परिजन हो रहे परेशान, लॉक डाउन हटने का कर रहे इंतजार
श्योपुर में लॉक डाउन की वजह से मृतकों की अस्थियों का विसर्जन नहीं हो पा रहा है. जिससे पिछले 1 महीने में जिन लोगों की मौत हुई उनकी अस्थियों के कलश लॉक डाउन खत्म होने के इंतजार में शांति धाम पर लॉकर में रखी हुई है या फिर घरों के बाहर पेड़ों पर लड़की हुई है. जिससे उनके परिवार जन परेशान हो रहे हैं.
श्योपुर। लॉक डाउन के दौरान जिले भर में अब तक 30 से ज्यादा लोगों की मौत बीमारी या दूसरे कारणों से हो चुकी है. जिसमें 20 से ज्यादा लोग हिंदू समाज के रहे हैं उनकी आकस्मिक मौत के बाद उनके चार से पांच परिजनों ने मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार तो परेशानी उठा कर जैसे-तैसे कर लिया, लेकिन अपने मृतक परिजनों की अस्थियों का विसर्जन अब तक नहीं कर सके हैं. हालात ऐसे हैं कि एक माह से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी मृतकों की अस्थियां सोरों या हरिद्वार में गंगा नदी में विसर्जन के लिए नहीं जा सकी हैं. साथ ही लोग तेरहवीं में ब्राह्मण भोज तक नहीं करा पा रहे हैं.