शाजापुर। जिले में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है. इस घातक वायरस की चपेट में आकर क्षेत्र में लोग लगातार संक्रमित हो रहे हैं. वहीं अब ये संक्रमण जानलेवा साबित हो रहा है. शुजालपुर नगर में दो दिनों में कोरोना संक्रमण के कारण 2 महिलाओं की मृत्यु हो गई है. वहीं कालापीपल निवासी एक संदिग्ध महिला की मृत्यु भी शुजालपुर के निजी अस्पताल में हुई है, हालांकि इस महिला में कोरोना की पुष्टि अभी नहीं हुई है.
जानकारी के अनुसार शुजालपुर मंडी के महात्मा गांधी मार्ग निवासी 65 वर्षीय महिला को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. अस्पताल में दिखाने पर देवास अस्पताल भेज दिया गया. जहां से वापस शुजालपुर के निजी अस्पताल में उपचार के लिए लाया गया. महिला कोरोना संक्रमित पाई गई, जिसकी रविवार को निजी अस्पताल में मृत्यु हो गई. इसी प्रकार शनिवार रात को भी शहर के निजी अस्पताल में भर्ती विद्यानगर कॉलोनी निवासी 70 वर्षीय महिला की मृत्यु कोरोना से हुई. कोरोना के कारण हुई इन महिलाओं की मृत्यु पर प्रशासन ने अंतिम संस्कार के लिए किट उपलब्ध कराई. नगर पालिका के वाहन से इन महिलाओं के शवों को अंतिम संस्कार के लिए शुजालपुर स्थित शांतिवन ले जाया गया. जहां परिजनों ने किट पहनकर सुरक्षा के साथ अंतिम संस्कार किया. उधर, कालापीपल निवासी एक 55 वर्षीय महिला को सांस लेने में परेशानी के चलते निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस महिला की रविवार की सुबह मृत्यु हो गई. बताया जा रहा है कि, महिला का कोविड टेस्ट किया गया है, लेकिन इसकी रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार रविवार को शाजापुर जिले में 16 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. जिले में अभी तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 776 पर पहुंच गई है. वहीं 615 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ हुए हैं. जिले के विभिन्न कोविड केयर सेंटरों पर 153 मरीजों का उपचार चल रहा है. जबकि कोरोना संक्रमण से 9 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
बीते महीनों की तुलना में सितंबर में कई गुना संक्रमित मरीज ज्यादा तेजी से मिल रहे हैं. अब ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है, वहीं इसके विपरीत लोग पहले से अधिक लापरवाही दिखाने लगे हैं. दूध, सब्जी खरीदते समय जहां अब महिलाओं, पुरुषों के मुंह पर मास्क नजर नहीं आता, तो खानपान से लेकर अन्य दुकानों में भी लोग बिना किसी सुरक्षा के जा रहे हैं. महामारी से जिले के लोगों की आर्थिक स्थिति और ज्यादा खराब न हो, इसलिए शासन ने सशर्त छूट दी हुई है, लेकिन बाजार में गाइडलाइन की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ना तो बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा है और ना ही मास्क या हाथ धोने संबंधी जागरुकता दिख रहे हैं. लोग बैंकों में, दुकानों पर, शैक्षणिक संस्थानों में एक-दूसरे से सटकर खड़े हो रहे हैं, जिससे संक्रमण तेजी से फैल रहा है. वहीं सर्दी, खांसी और बुखार के मरीज भी बाजारों में बिना मास्क के घूमकर संक्रमण को बढ़ाने का काम कर रहे हैं.