शाजापुर। कोरोना संक्रमण के डर के कई किस्से सामने आए, लेकिन शाजापुर जिले के शुजालपुर में मां का फर्ज निभाने वाले दो सच्चे मामले कोरोना के खौफ पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं. महामारी के इस दौर में 11 माह के कोरोना पॉजिटिव बच्चे को एक लकवाग्रस्त मां सीने से लगाए अपना फर्ज निभा रही है, तो दूसरी मां शुजालपुर में खुद पॉजिटिव है, लेकिन उसकी 2 माह की बच्ची की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, फिर भी महिला बेटी को दूध पिला रही है.
जान की परवाह किए बिना बच्चे को सीने से लगाएं मां
जिले के शुजालपुर के ग्राम मगरानिया में एक महिला ने बेटे को जन्म दिया, बेटे को जन्म देने के तीसरे दिन महिला लकवाग्रस्त हो गई. उसके एक हाथ और एक पैर ने काम करना बंद कर दिया. दो दिन पहले महिला के बच्चे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. शरीर से लाचार मां व संक्रमित बेटे की देखभाल के लिए दोनों को घर में ही होम क्वारंटाइन कर दिया गया है. इस परिवार के अन्य सदस्यों की जांच की गई थी, लेकिन उन सब की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. महिला अपनी जान की परवाह किए बिना, संक्रमित बेटे को सीने से लगाए रहती है.
दो माह के बच्चे की मां कोरोना पॉजिटिव
दूसरी महिला अपनी दो माह की बच्ची को उसके नाना के यहां शुजालपुर लेकर आई थी. जब इनकी जांच हुई, तो महिला कोरोना पॉजिटिव पाई गई, लेकिन 2 माह की बेटी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इसी परिवार के 6 अन्य सदस्य भी संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हैं. आइसोलेशन वार्ड में नवजात और उसकी मां को ले जाने के बाद प्रशासन का मन भी पसीज गया. संक्रमित रोगियों के बीच नवजात की जान के खतरे को देखते हुए मां-बेटी को घर के ही एक कमरे में होम क्वारंटाइन किया गया है. दूध पिलाने के अलावा बाकी समय संक्रमण से बचाने के लिए मां पूरे दिन बेटी से दूर रहती है. मां ने कहा उसे भरोसा है, उसकी बेटी को कुछ नहीं होगा और वो भी जल्द ठीक हो जाएगी.