शहडोल। जिले में एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है, जिसमें शहडोल पुलिस ने काफी जांच परख के बाद एक बड़े घोटाले का पर्दाफाश किया है. जिसके तहत शासकीय योजनाओं का झांसा देकर आदिवासी क्षेत्र में बड़े ही शातिराना अंदाज में पहले लोगों से उनसे उनके आईडी कार्ड आदि लिए जाते थे फिर फर्जी आईडी कार्ड फर्जी वोटर आईडी कार्ड और कागजात के जरिए लोन सेंशन किया जाता था. वह लोन जिस व्यक्ति के नाम से पास होता था उस व्यक्ति को पता भी नहीं होता था और पूरा पैसा हड़प लिया जाता था. इस मामले में पुलिस ने 13 लोगों को चिन्हित करके गिरफ्तार भी किया है.
जिला एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल के मुताबिक पिछले लगभग साल भर से हमारे पास कई शिकायतें आ रही थीं कि आदिवासी क्षेत्रों में कुछ शासकीय योजनाओं का झांसा देकर आईडी आदि ली जातीं थीं और आईडी के आधार पर उनको लोन सेंशन किया जा रहा था. जिसकी उनको खुद ही जानकारी नहीं होती थी, उनको हजार, दो हजार रुपये देकर के ये कहा जाता था कि ये आपके शासकीय योजना का पैसा है और बाकी पैसा एजेंट्स के जरिए मिलेगा.
शिकायत पर एक प्रकरण भी जनवरी 2020 में कायम हुआ था और उस समय जो एजेंट स्तर के लोग हैं उनपर कार्रवाई हुई थी लेकिन इसमें इनका क्या रोल है अभी ये जांच हो रही थी. जांच के दौरान एक कार्ययोजना के तहत हमने टीम गठित की और सभी जो माइक्रो फाइनेंस कंपनी और इनके रिकॉर्ड खंगाले.
इसके आधार पर आज अभी तक हमारे पास 8 कंपनियों के 483 प्रकरण ऐसे आये हैं, जिसमें फर्जी आधार कार्ड फर्जी वोटर के जरिए इनको लोन सेंशन किए गए थे और लोन उस हितग्राही तक ना पहुंचा करके आपस में ही बांट लिए गए थे. पुलिस के मुताबिक 13 लोगों को चिन्हित करके उन पर कार्रवाई की गई है और आगे की कार्रवाई जारी है.