शहडोल। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में आज जनसुनवाई में कुछ अभिभावकों के साथ कक्षा 9वीं और 10वीं के कई बच्चे पहुंचे. इनका कहना है कि जिस स्कूल में ये पहले पढ़ते थे, वहां शिक्षक नहीं होने की वजह से दूसरे स्कूल में उन्हें अटैच किया जा रहा है, जिससे उन्हें कई परेशानियां हो रही हैं. ऐसे में इन छात्रों की मांग है कि उन्हें उनके स्कूल में ही व्यवस्था दी जाए, जिससे इन अव्यवस्थाओं से वह बच सकें और निरंतर पढ़ाई कर सकें.
जब जनसुनवाई में पहुंच गए छात्र
ददरा टोला ग्राम पंचायत के बहरहा गांव के कुछ अभिभावक छात्रों के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. अभिभावकों और छात्रों का कहना हैं कि वह बहुत परेशान है. इनका कहना है कि पहले यह अपने गांव के ही स्कूल में पढ़ा करते थे और वहां अतिथि शिक्षक पढ़ाते थे, लेकिन कोरोना काल में जब स्कूल बंद हुआ और फिर खुला, तो वहां कोई शिक्षक नहीं बचे, जिसके बाद जब इसकी शिकायत की गई, तो उन्हें संकुल केंद्र अंकुरी में अटैच करने के लिए कहा जा रहा है. वहां जा पाना उनके लिए एक बड़ी समस्या है.
कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे छात्र, अपनी समस्या के निराकरण की लगाई गुहार
शहडोल जिला मुख्यालय में आज जनसुनवाई में अभिभावकों के साथ कई छात्र भी पहुंचे. उन्होंने उनके स्कूल में ही शिक्षकों की व्यवस्था करा देने की मांग की है.
शहडोल। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में आज जनसुनवाई में कुछ अभिभावकों के साथ कक्षा 9वीं और 10वीं के कई बच्चे पहुंचे. इनका कहना है कि जिस स्कूल में ये पहले पढ़ते थे, वहां शिक्षक नहीं होने की वजह से दूसरे स्कूल में उन्हें अटैच किया जा रहा है, जिससे उन्हें कई परेशानियां हो रही हैं. ऐसे में इन छात्रों की मांग है कि उन्हें उनके स्कूल में ही व्यवस्था दी जाए, जिससे इन अव्यवस्थाओं से वह बच सकें और निरंतर पढ़ाई कर सकें.
जब जनसुनवाई में पहुंच गए छात्र
ददरा टोला ग्राम पंचायत के बहरहा गांव के कुछ अभिभावक छात्रों के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे. अभिभावकों और छात्रों का कहना हैं कि वह बहुत परेशान है. इनका कहना है कि पहले यह अपने गांव के ही स्कूल में पढ़ा करते थे और वहां अतिथि शिक्षक पढ़ाते थे, लेकिन कोरोना काल में जब स्कूल बंद हुआ और फिर खुला, तो वहां कोई शिक्षक नहीं बचे, जिसके बाद जब इसकी शिकायत की गई, तो उन्हें संकुल केंद्र अंकुरी में अटैच करने के लिए कहा जा रहा है. वहां जा पाना उनके लिए एक बड़ी समस्या है.