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13 मासूमों की मौत के बाद भी नहीं जागे जनप्रतिनिधि, नौ दिन बाद भी जिला अस्पताल नहीं पहुंचे विधायक-सांसद-मंत्री

जिला अस्पताल में सिलेसिलेवार हुई बच्चों की मौत के बाद यह मामला सुर्खियों में है. वहीं इस मामले पर सीएम और स्वास्थ्य मंत्री ने संज्ञान लिया है, लेकिन शहडोल से कोई भी जनप्रतिनिधि अभी तक जिला अस्पताल नहीं पहुंच पाया है. जिस पर कांग्रेस ने बीजेपी पर सवाल खड़े करना शुरू कर दिया है.

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जिला अस्पताल
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Published : Dec 7, 2020, 7:54 PM IST

शहडोल। जिला चिकित्सालय में सिलसिलेवार तरीके से पिछले कुछ दिन में हुई बच्चों की मौत का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ रहा है. इस मामले को लेकर जहां कांग्रेस ने अपनी जांच दल टीम भी भेज दी है, तो वहीं अब तक बीजेपी के किसी भी किसी भी विधायक, सांसद या मंत्री ने जिला अस्पताल का दौरा नहीं किया है. हालांकि 8 दिसंबर को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी जरूर शहडोल पहुंच रहे हैं. जबकि सांसद और विधायक की गैरमौजुदगी पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. हालात यह है कि यह जनप्रतिनिधि जिला अस्पताल तो नहीं पहुंचे, लेकिन उनका कोई बयान भी सामने नहीं आया है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अब लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही है.

शहडोल मामले पर राजनीतिक गलियारों में भी अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. इस पूरे घटनाक्रम में जहां एक ओर खुद मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने संज्ञान लिया तो वहीं सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जिले के लोकल जनप्रतिनिधि विधायक-सांसद कोई भी अब तक अस्पताल का निरीक्षण करने भी नहीं पहुंचा और ना ही उनका किसी तरह का इस मामले को लेकर कोई बयान आया है. इतना ही नहीं संभाग में एक नहीं दो-दो मंत्री हैं. एक मंत्री अनूपपुर और एक मंत्री उमरिया जिले में है. लेकिन उन मंत्रियों का भी इस मामले को लेकर कोई बयान नहीं आया है. ऐसे में बीजेपी के इस रवैया को लेकर कांग्रेस उस पर आरोप लगाने शुरू कर चुकी है.

कहां गायब हैं विधायक सांसद ?

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय अवस्थी का कहना है कि ये इतना संवेदनशील मुद्दा है, कि लगातार हमारे यहां नवजात बच्चों की मौत हो रही है और ज़िम्मेदार जनप्रतिनिधी गायब हैं. यहां के जिम्मेदार जन प्रतिनिधि अब तक अस्पताल नहीं पहुंचा है, और न ही उनका कोई बयान आया है. प्रवक्ता अजय अवस्थी का कहना है कि मेरा आरोप जिला प्रबंधन पर है, ये लोग इन चीजों को गंभीरता से नहीं लेते हैं. इसके कारण इतने बच्चों की मौत हुई.

कांग्रेस का आरोप

अजय अवस्थी ने कहा कि मेरा आरोप ये भी है कि इन बच्चों की मौत को यहां का स्वास्थ्य अमला आज भी गंभीरता से नहीं ले रहा है. लगातार लापरवाही बरती जा रही है. जिससे मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि मेरा प्रशासन से आग्रह है आने वाले समय में अगर प्रशासन सुधार नहीं करता है तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी.

पढ़ें:शहडोल में 48 घंटे में 6 नवजात बच्चों की मौत पर सवाल, कमिश्नर ने अभिभावकों को ठहराया जिम्मेदार

रविवार को सामने आई थी घटना

गौरतलब है कि रविवार के दिन पिछले 24 घंटे में 4 नवजातओं की मौत का मामला सामने आया था. जिसमें 3 दिन से लेकर के 4 महीने तक के मौत बच्चों की मौत हुई थी. जिसमें पीआईसीयू में तीन और एसएनसीयू में एक बच्चे की मौत हुई थी. उसमें बुढ़ार के अरझूली के 4 माह का बच्चा, सिंहपुर बोडरी गांव के 3 माह का बच्चा, एक 2 माह का बच्चा, ये सभी पीआईसीयू में भर्ती थे. तो वहीं उमरिया जिले की एक बच्ची थी. वहीं नवजात की मौत से हड़कंप मच गया था. इसके बाद रविवार के दिन ही एक और बच्चे की मौत की खबर आई थी.

पढ़ेंःChild Killer Hospital: 48 घंटे में फिर चार बच्चों की मौत, एक प्री मेच्योर भी शामिल

अब तक 13 बच्चों की हो चुकी है मौत

वहीं सोमवार तक पिछले 48 घंटे में बच्चों की मौत आंकड़ा बढ़कर 6 पहुंच गया था. मंगलवार तक दो बच्चों की मौत के बाद शहडोल जिला अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 8 पहुंच चुका था. मंगवालर के बात शुक्रवार तक पिछले 48 घंटे में 4 और बच्चों की मौत का मामले सामने आया है. उसके बाद शनिवार को एक बच्चे की और मौत हो गई थी. जिसके बाद यह आंकड़ा 13 पहुंच चुका है.

शहडोल। जिला चिकित्सालय में सिलसिलेवार तरीके से पिछले कुछ दिन में हुई बच्चों की मौत का मामला अब राजनीतिक तूल पकड़ रहा है. इस मामले को लेकर जहां कांग्रेस ने अपनी जांच दल टीम भी भेज दी है, तो वहीं अब तक बीजेपी के किसी भी किसी भी विधायक, सांसद या मंत्री ने जिला अस्पताल का दौरा नहीं किया है. हालांकि 8 दिसंबर को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभु राम चौधरी जरूर शहडोल पहुंच रहे हैं. जबकि सांसद और विधायक की गैरमौजुदगी पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. हालात यह है कि यह जनप्रतिनिधि जिला अस्पताल तो नहीं पहुंचे, लेकिन उनका कोई बयान भी सामने नहीं आया है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अब लगातार बीजेपी पर निशाना साध रही है.

शहडोल मामले पर राजनीतिक गलियारों में भी अब आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. इस पूरे घटनाक्रम में जहां एक ओर खुद मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री ने संज्ञान लिया तो वहीं सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि जिले के लोकल जनप्रतिनिधि विधायक-सांसद कोई भी अब तक अस्पताल का निरीक्षण करने भी नहीं पहुंचा और ना ही उनका किसी तरह का इस मामले को लेकर कोई बयान आया है. इतना ही नहीं संभाग में एक नहीं दो-दो मंत्री हैं. एक मंत्री अनूपपुर और एक मंत्री उमरिया जिले में है. लेकिन उन मंत्रियों का भी इस मामले को लेकर कोई बयान नहीं आया है. ऐसे में बीजेपी के इस रवैया को लेकर कांग्रेस उस पर आरोप लगाने शुरू कर चुकी है.

कहां गायब हैं विधायक सांसद ?

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता अजय अवस्थी का कहना है कि ये इतना संवेदनशील मुद्दा है, कि लगातार हमारे यहां नवजात बच्चों की मौत हो रही है और ज़िम्मेदार जनप्रतिनिधी गायब हैं. यहां के जिम्मेदार जन प्रतिनिधि अब तक अस्पताल नहीं पहुंचा है, और न ही उनका कोई बयान आया है. प्रवक्ता अजय अवस्थी का कहना है कि मेरा आरोप जिला प्रबंधन पर है, ये लोग इन चीजों को गंभीरता से नहीं लेते हैं. इसके कारण इतने बच्चों की मौत हुई.

कांग्रेस का आरोप

अजय अवस्थी ने कहा कि मेरा आरोप ये भी है कि इन बच्चों की मौत को यहां का स्वास्थ्य अमला आज भी गंभीरता से नहीं ले रहा है. लगातार लापरवाही बरती जा रही है. जिससे मौत का आंकड़ा बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि मेरा प्रशासन से आग्रह है आने वाले समय में अगर प्रशासन सुधार नहीं करता है तो कांग्रेस उग्र आंदोलन करेगी.

पढ़ें:शहडोल में 48 घंटे में 6 नवजात बच्चों की मौत पर सवाल, कमिश्नर ने अभिभावकों को ठहराया जिम्मेदार

रविवार को सामने आई थी घटना

गौरतलब है कि रविवार के दिन पिछले 24 घंटे में 4 नवजातओं की मौत का मामला सामने आया था. जिसमें 3 दिन से लेकर के 4 महीने तक के मौत बच्चों की मौत हुई थी. जिसमें पीआईसीयू में तीन और एसएनसीयू में एक बच्चे की मौत हुई थी. उसमें बुढ़ार के अरझूली के 4 माह का बच्चा, सिंहपुर बोडरी गांव के 3 माह का बच्चा, एक 2 माह का बच्चा, ये सभी पीआईसीयू में भर्ती थे. तो वहीं उमरिया जिले की एक बच्ची थी. वहीं नवजात की मौत से हड़कंप मच गया था. इसके बाद रविवार के दिन ही एक और बच्चे की मौत की खबर आई थी.

पढ़ेंःChild Killer Hospital: 48 घंटे में फिर चार बच्चों की मौत, एक प्री मेच्योर भी शामिल

अब तक 13 बच्चों की हो चुकी है मौत

वहीं सोमवार तक पिछले 48 घंटे में बच्चों की मौत आंकड़ा बढ़कर 6 पहुंच गया था. मंगलवार तक दो बच्चों की मौत के बाद शहडोल जिला अस्पताल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 8 पहुंच चुका था. मंगवालर के बात शुक्रवार तक पिछले 48 घंटे में 4 और बच्चों की मौत का मामले सामने आया है. उसके बाद शनिवार को एक बच्चे की और मौत हो गई थी. जिसके बाद यह आंकड़ा 13 पहुंच चुका है.

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