शहडोल। मध्य प्रदेश में इन दिनों विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां काफी तेज हैं, वहीं इस चुनावी माहौल में अधिकारियों के चुनाव लड़ने की खबरें भी खूब सुर्खियां बटोर रही हैं. इसी बीच शहडोल के कमिश्नर राजीव शर्मा ने वीआरएस के लिए राज्य सरकार को आवेदन दे दिया है, या यूं कहें कि VRS के रूप में अपना इस्तीफा सौंप दिया है. उनका मानना है कि जल्द ही राज्य सरकार इस पर कोई सकारात्मक फैसला लेगी. राजीव शर्मा के इस तरह से वीआरएस के लिए आवेदन देने की खबर के बाद अब राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाओं का बाजार गर्म है. लोग कयास लगा रहे हैं कि क्या एक और अधिकारी अब चुनावी मैदान में है.
आखिर कमिश्नर राजीव शर्मा ने अचानक ऐसा फैसला क्यों लिया, क्या वो राजनीतिक में आकर अब अपना भाग्य आजमाना चाहते हैं या फिर कुछ और मामला है जिसका खुलासा होना बाकी है. मगर इन सभी कयासों पर कमिश्नर राजीव शर्मा ने खुद विराम लगाने की कोशिश की है और उन्होने बताया कि आगे अब वह क्या करेंगे.
शहडोल कमिश्नर का वीआरएस के लिए आवेदन: शहडोल कमिश्नर राजीव शर्मा ने बताया कि, "मैंने राज्य सरकार से स्वैक्षिक सेवा निवृत्ति का आवेदन किया है, राज्य सरकार इस पर विचार कर रही है, मुझे उम्मीद है कि मेरी प्रार्थना स्वीकार कर ली जाएगी लगभग डेढ़ महीने पहले मैंने आवेदन किया था और राज्य सरकार इस पर सकारात्मक फैसला लेगी मुझे उम्मीद है."
आगे क्या करने का विचार?: राजनीतिक दल में जाएंगे या फिर चुनाव लड़ेंगे इस सवाल पर IAS ने कहा है कि अभी ऐसा कोई विचार नहीं है. मेरा मानना है कि मैंने मध्य प्रदेश में शासकीय सेवा के 35 वर्षों के दौरान हर जिले में, हर स्थान को, अपना घर समझकर कार्य किया. लेकिन जब मैं अपने घर गया और वहां देखा कि मैं पूरी दुनिया में रोशनी करता घूम रहा हूं, लेकिन मेरे अपने ही घर में अंधेरा हुआ पड़ा है. यह चंबल का इलाका है, विशेष कर उसमें भी भिंड, विकास के हर सूचकांक में इस जिले की हालत अच्छे नहीं हैं, तो मुझे लगा कि मैं सुविधाओं में रहूं मेरे इलाके के लोग तकलीफ में रहें, ये कोई सफलता नहीं है. इसके लिए किसी न किसी को कोशिश करनी पड़ेगी, तो वह कोशिश करने के लिए मैं दूसरों को क्यों कहूँ, मैं खुद क्यों ना कोशिश करूं? मैं वहां जा रहा हूं सामाजिक क्षेत्र में काम करना है.
राजनीति में जाने को लेकर बोले: राजनीति के क्षेत्र में जाने को लेकर कमिश्नर राजीव शर्मा ने कहा कि अभी ऐसा कोई विचार नहीं है, लेकिन अगर मुझे लगा कि बिना राजनीति के मेरे क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता है तो फिर मैं उस चुनौती से भी पीछे नहीं हटूंगा.
'किसी पार्टी ने अभी पीले चावल नहीं भेजे': आगामी विधानसभा चुनाव में क्या आप चुनाव लड़ सकते हैं? इस पर IAS राजीव शर्मा ने कहा कि कि अभी ये कहना जल्दबाजी होगी. किसी पार्टी से कोई संकेत मिले, इस पर उन्होंने कहा कि अभी किसी पार्टी ने मुझे पीले चावल नहीं भेजें हैं.
भिंड के हैं राजीव शर्मा: बता दें कि शहडोल संभाग के कमिश्नर राजीव शर्मा 2003 बैच के IAS अधिकारी हैं और वो मूलतः भिंड के रहने वाले हैं.