शहडोल। 14 जनवरी को देश भर में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. इसकी तैयारी भी लोगों ने पहले से ही कर ली है. मकर संक्रांति के दिन अलग-अलग जगहों पर जब सूर्य उत्तरायण में जाता है, तो लोग तालाब, कुंड या पवित्र स्थानों पर डुबकी लगाते हैं. पूजा-पाठ करते हैं और अपने-अपने तरीके से मकर संक्रांति के पर्व को मनाते हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बतायेंगे कि इस बार मकर संक्रांति के लिए शुभ मुहूर्त कब से है. साथ ही किन राशि जातकों का आज का दिन कैसा रहेगा.
आस्था की डुबकी, खिचड़ी और गन्ने के रस का महत्व
ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि 1 साल मतलब 12 महीने में दो अयन होते हैं. मतलब 6 महीने सूर्य दक्षिणायन रहते हैं और फिर 14 जनवरी से 6 महीने सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं. सूर्य के उत्तरायण होते ही सभी जातक सुबह स्नान करें. किसी पवित्र जलाशय में जैसे सोन नदी, नर्मदा नदी या किसी भी पवित्र कुंड में स्नान करेंय स्नान करने के बाद अपने घर में नए चावल की खिचड़ी और खिचड़ी में उड़द दाल मिलाकर खाए. ऐसा करने से उस घर में शांति रहती हैं. शास्त्रों में लिखा है कि घर में आधी व्याधि रोग नहीं आता है. 6 महीने तक जातक अपने घर में स्वस्थ रहते हैं. इतना ही नहीं 14 जनवरी को गन्ने का रस लेने का भी महत्व है. मान्यता है कि 6 महीने तक शरीर में ये रस समाहित होता रहता है. खून शुद्ध होता है, जिससे आधी व्याधि रोग नहीं लगते हैं.
मकर संक्रांति 2021: 3 राशि के जातक ये विशेष कार्य करना न भूलें
देश भर में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. इसी को लेकर ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बतायेंगे कि इस बार मकर संक्रांति के लिए शुभ मुहूर्त कब से है. साथ ही किन राशि जातकों का आज का दिन कैसा रहेगा.
शहडोल। 14 जनवरी को देश भर में मकर संक्रांति का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. इसकी तैयारी भी लोगों ने पहले से ही कर ली है. मकर संक्रांति के दिन अलग-अलग जगहों पर जब सूर्य उत्तरायण में जाता है, तो लोग तालाब, कुंड या पवित्र स्थानों पर डुबकी लगाते हैं. पूजा-पाठ करते हैं और अपने-अपने तरीके से मकर संक्रांति के पर्व को मनाते हैं. ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बतायेंगे कि इस बार मकर संक्रांति के लिए शुभ मुहूर्त कब से है. साथ ही किन राशि जातकों का आज का दिन कैसा रहेगा.
आस्था की डुबकी, खिचड़ी और गन्ने के रस का महत्व
ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि 1 साल मतलब 12 महीने में दो अयन होते हैं. मतलब 6 महीने सूर्य दक्षिणायन रहते हैं और फिर 14 जनवरी से 6 महीने सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं. सूर्य के उत्तरायण होते ही सभी जातक सुबह स्नान करें. किसी पवित्र जलाशय में जैसे सोन नदी, नर्मदा नदी या किसी भी पवित्र कुंड में स्नान करेंय स्नान करने के बाद अपने घर में नए चावल की खिचड़ी और खिचड़ी में उड़द दाल मिलाकर खाए. ऐसा करने से उस घर में शांति रहती हैं. शास्त्रों में लिखा है कि घर में आधी व्याधि रोग नहीं आता है. 6 महीने तक जातक अपने घर में स्वस्थ रहते हैं. इतना ही नहीं 14 जनवरी को गन्ने का रस लेने का भी महत्व है. मान्यता है कि 6 महीने तक शरीर में ये रस समाहित होता रहता है. खून शुद्ध होता है, जिससे आधी व्याधि रोग नहीं लगते हैं.