शहडोल। साल 2020 अब जाने वाला है, लेकिन मौजूदा साल में कई ऐसी सड़क दुर्घटनाएं देखने को मिलीं जो आज भी लोगों की जेहन में याद हैं. इन सड़क दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान भी गई तो वहीं जिले में मौजूदा साल कुछ ऐसी सड़कें भी रहीं, जो हादसों की सड़क बन गई.
हादसों की सड़क
साल 2020 में शहडोल जिले में जनवरी से लेकर के 15 दिसंबर तक के जो आंकड़े हैं उसके मुताबिक 512 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, इस दौरान 152 लोगों की मौत भी हुई है, तो वहीं घायलों की संख्या 544 है.
यातायात डीएसपी अखिलेश तिवारी का कहना है कि शहडोल से जो रीवा रोड जाता है, जिसमें पांच थाने सोहागपुर थाना, गोहपारू थाना, जयसिंहनगर थाना, ब्यौहारी थाना देवलोन्द थाने यह पांच थाने पड़ते हैं और इन पांच थाना एरिया में सबसे अधिक दुर्घटनाएं हुईं हैं. जिले की 55% सड़क दुर्घटनाएं शहडोल से रीवा जाने वाली रोड पर साल भर में अलग अलग स्थानों पर हुई हैं. 22% बुढ़ार रोड में हुई है जिसमें तीन थाने आते हैं. बुढ़ार धनपुरी और अमलाई तो वहीं इसके अलावा 23% सड़क दुर्घटनाएं जो जिले की शेष थाने बचते हैं उन क्षेत्रों में हुई हैं.
पिछले साल की तुलना में घटी सड़क दुर्घटना
पिछले साल की तुलना में इस साल सड़क दुर्घटना घटी है, पिछले साल साल 2019 में जहां 699 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं, जिसमें 173 लोगों की मौत हुई है, और घायल 655 लोग हुए हैं, तो इस साल 2020 में 512 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, जिसमें 152 लोगों की मौत हुई है और टोटल 544 लोग घायल हुए हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा सड़क दुर्घटना
मौजूदा साल सड़क दुर्घटनाओं का ग्राफ देखा जाए तो ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 68% सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, यह बहुत बड़ा आंकड़ा है, तो वहीं शहरी क्षेत्रों में 32% सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं.
इस वजह से हुईं ज्यादातर सड़क दुर्घटना
आखिर इतनी ज्यादा सड़क दुर्घटनाओं की वजह क्या रही इसे जानने के लिए जब हमने यातायात डीएसपी अखिलेश तिवारी से बात कि तो उन्होंने बताया कि रीवा रोड की वर्तमान में हालत बहुत अच्छी नहीं है. इसमें रोड में काफी बड़े-बड़े गड्ढे हैं और यहां से रीवा तक का काफी लंबा मार्ग है, इसमें बड़े बड़े गड्ढे इसकी मेन वजह सड़क की स्थिति ठीक नहीं है. दूसरे जो एक्सीडेंट से प्रभावित लोग हैं, वह बाइक और मोटरसाइकिल चालक जो मोटरसाइकिल चालक अपनी ओवर स्पीडिंग ओवर स्पीडिंग और हेलमेट न लगाने के चलते सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं.
जिले में टोटल 12 ब्लैक स्पॉट चिन्हित हैं. सड़क दुर्घटना में जो हमारे जिले में ब्लैक स्पॉट है ब्लैक स्पॉट से यह है कि यह वह स्थान है जहां पर निरंतर सड़क दुर्घटना होती रहती हैं, और उन स्थानों पर वर्ष भर में 3 से अधिक दुर्घटनाएं हुई हैं और वहां पर मृतकों की संख्या 5 है. इसलिए उन्हें ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित किया जाता है, जहां हम सड़क निर्माण एजेंसी के माध्यम से उस ब्लैक स्पॉट को रेक्टिफाइड करने का प्रयास करते हैं, स्थानों को चिन्हित किया गया है.
जानिए जिले के किस थानांर्गत कितनी सड़क दुर्घटना
- थाना शहर ग्रमीण
- ब्यौहारी - 17 86
- जयसिंहनगर- 02 49
- गोहपारू- 07 53
- सोहागपुर- 16 32
- जैतपुर - 00 28
- सिंहपुर- 00 20
- देवलोंद- 03 18
- अमलाई- 31 18
- बुढ़ार- 04 78
- कोतवाली- 28 05
- सीधी- 00 15
- पपौन्ध- 03 14
- धनपुरी- 06 00
- खैरहा- 05 00
गौरतलब है कि सड़क दुर्घटनाओं के मामले में देखा जाए तो मौजूदा साल शहडोल जिले में भी कई दुर्घटनाएं हुई हैं, तो कई लोगों ने अपनी जान गवाई हैं, हालांकि पिछले साल की तुलना में इस साल कम ही सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं, लेकिन जितनी भी हुई है, यह आंकड़े ही बयां कर रहे हैं.