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Ganesh Chaturthi: 300 साल बाद गणेश चतुर्थी पर बन रहा ये दुर्लभ योग, बप्पा के भक्तों के पास शानदार मौका

Ganesh Chaturthi 2023: गणेश चतुर्थी का पर्व इस बार 18 सितंबर से मनाया जाएगा. इस दिन लोग गणपति भगवान की मूर्ति घर पर लाते हैं और 10 दिन तक उनकी पूजा- अर्चना करते हैं. इस साल कई ऐसे दुर्लभ संयोग बन रहे हैं, जिससे गणेश चतुर्थी का त्योहार खास होने वाला है.

coincidence on Ganesh Chaturthi after 300 years
300 साल बाद गणेश चतुर्थी पर दुर्लभ योग
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 8, 2023, 11:46 AM IST

Updated : Sep 8, 2023, 12:02 PM IST

ज्योतिष आचार्य सुशील शुक्ला शास्त्री

गणेश चतुर्थी का पर्व 18 सितंबर में शुरु होने जा रहा है. इसको लेकर जोर-शोर से तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं. जगह-जगह गणेश जी को स्थापित करने के लिए मूर्तियां बनाई जा रही हैं. मूर्तिकार भी गणेश जी की मूर्तियों को आखिरी स्वरूप देने में लगे हुए हैं, क्योंकि गणेश चतुर्थी के दिन से ही जगह-जगह गणेश जी की मूर्ति स्थापित की जाती हैं, और बड़े ही भक्ति भाव के साथ गणेश जी की पूजा पाठ की जाती है. ज्योतिष आचार्य सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि ''इस बार की गणेश चतुर्थी बहुत विशेष है, इस बार 300 साल बाद ऐसा दुर्लभ योग बन रहा है, जिसका फायदा गणेश जी के भक्त उठा सकते हैं. क्योंकि ऐसे योग बार-बार नहीं बनते है, बल्कि सैकड़ों सालों के इंतजार के बाद बनते हैं.''

300 साल बाद बन रहा ऐसा दुर्लभ योग: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि ''इस बार गणेश चतुर्थी 18 सितंबर को है. इस साल जो गणेश चतुर्थी आ रही है, वो बहुत ही दुर्लभ संयोग बना रही है. इस बार 300 सालों बाद तीन योग बन रहे हैं. जिसमें से एक है ब्रह्म योग, दूसरा है शुक्ल योग और तीसरा है शुभ योग. ये तीनों ही योग लगभग 300 साल बाद मिलकर बना रहे हैं ये दुर्लभ योग.''

ब्रह्म योग- ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि ''ब्रह्मा योग में ब्रम्हा, विष्णु, और महेश तीनों शक्तियां वहां पर एक साथ साक्षात मौजूद रहती हैं.''
शुक्ल योग- शुक्ल योग में जितने भी जातक गणेश चतुर्थी में शामिल होते हैं, गणेश जी की आरती पूजन करते हैं, उनके घर में शुभ ही शुभ होता है.
शुभ योग- तीसरा है शुभ योग, शुभ योग यानी गणेश जी के भक्तों के घरों में भी शुभ लाभ की स्थापना हो जाती है, आमदनी में बरकत अधिक और हानि कम होती है, और घर में जो भी रहते हैं स्वस्थ रहते हैं.

गणेश चतुर्थी में ऐसे करें गणेश जी की पूजा: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के मुताबिक ''18 सितंबर को गणेश चतुर्थी का शुभ दिन है. 18 सितंबर से ही गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू होगा और उस दिन जो भी जातक उसमें शामिल होना चाहते हैं वह सुबह-सुबह स्नान करें, बढ़िया सुंदर गणेश जी के लिए एक झांकी सजाएं. एक बड़ा सा पटा लें, लाल या पीला कपड़ा बिछाएं, गणेश जी की मूर्ति रखें, वहां पर एक खीरा रखें, और पूजन की सामग्री इकट्ठा करके विशेष तरह से पूजन करें और पूजन करने के बाद गणेश जी को लड्डू का भोग लगाएं. भोग लगाते समय एक हाथ में लड्डू और एक परात में लड्डू रखें. वहां पर आरती पूजन करें. जो इस तरह से इस वर्ष पूजन करेगा, उसे तीनों योग ब्रह्म, शुक्ल योग का पूरा पूरा लाभ होगा और घर में शांति होगी.'' (How to worship on Ganesh Chaturthi)

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हर राशि के जातकों के लिए शुभ: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि ''इस बार गणेश चतुर्थी का ये विशेष योग बन रहा है वो 12 राशियों के लिए बहुत ही लाभकारी रहेगा, शुभ रहेगा, पुण्य प्रदान करने वाला रहेगा. इसका लोग लाभ उठाएं, क्योंकि यह तीन योग जो है वह 12 राशियों को मिलाकर ही बने हैं. इस मौके पर विशेष पूजन अर्चन करें उसका लाभ उठाएं जिससे घर में सुख शांति बनी रहे.''

ज्योतिष आचार्य सुशील शुक्ला शास्त्री

गणेश चतुर्थी का पर्व 18 सितंबर में शुरु होने जा रहा है. इसको लेकर जोर-शोर से तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं. जगह-जगह गणेश जी को स्थापित करने के लिए मूर्तियां बनाई जा रही हैं. मूर्तिकार भी गणेश जी की मूर्तियों को आखिरी स्वरूप देने में लगे हुए हैं, क्योंकि गणेश चतुर्थी के दिन से ही जगह-जगह गणेश जी की मूर्ति स्थापित की जाती हैं, और बड़े ही भक्ति भाव के साथ गणेश जी की पूजा पाठ की जाती है. ज्योतिष आचार्य सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि ''इस बार की गणेश चतुर्थी बहुत विशेष है, इस बार 300 साल बाद ऐसा दुर्लभ योग बन रहा है, जिसका फायदा गणेश जी के भक्त उठा सकते हैं. क्योंकि ऐसे योग बार-बार नहीं बनते है, बल्कि सैकड़ों सालों के इंतजार के बाद बनते हैं.''

300 साल बाद बन रहा ऐसा दुर्लभ योग: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि ''इस बार गणेश चतुर्थी 18 सितंबर को है. इस साल जो गणेश चतुर्थी आ रही है, वो बहुत ही दुर्लभ संयोग बना रही है. इस बार 300 सालों बाद तीन योग बन रहे हैं. जिसमें से एक है ब्रह्म योग, दूसरा है शुक्ल योग और तीसरा है शुभ योग. ये तीनों ही योग लगभग 300 साल बाद मिलकर बना रहे हैं ये दुर्लभ योग.''

ब्रह्म योग- ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि ''ब्रह्मा योग में ब्रम्हा, विष्णु, और महेश तीनों शक्तियां वहां पर एक साथ साक्षात मौजूद रहती हैं.''
शुक्ल योग- शुक्ल योग में जितने भी जातक गणेश चतुर्थी में शामिल होते हैं, गणेश जी की आरती पूजन करते हैं, उनके घर में शुभ ही शुभ होता है.
शुभ योग- तीसरा है शुभ योग, शुभ योग यानी गणेश जी के भक्तों के घरों में भी शुभ लाभ की स्थापना हो जाती है, आमदनी में बरकत अधिक और हानि कम होती है, और घर में जो भी रहते हैं स्वस्थ रहते हैं.

गणेश चतुर्थी में ऐसे करें गणेश जी की पूजा: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के मुताबिक ''18 सितंबर को गणेश चतुर्थी का शुभ दिन है. 18 सितंबर से ही गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू होगा और उस दिन जो भी जातक उसमें शामिल होना चाहते हैं वह सुबह-सुबह स्नान करें, बढ़िया सुंदर गणेश जी के लिए एक झांकी सजाएं. एक बड़ा सा पटा लें, लाल या पीला कपड़ा बिछाएं, गणेश जी की मूर्ति रखें, वहां पर एक खीरा रखें, और पूजन की सामग्री इकट्ठा करके विशेष तरह से पूजन करें और पूजन करने के बाद गणेश जी को लड्डू का भोग लगाएं. भोग लगाते समय एक हाथ में लड्डू और एक परात में लड्डू रखें. वहां पर आरती पूजन करें. जो इस तरह से इस वर्ष पूजन करेगा, उसे तीनों योग ब्रह्म, शुक्ल योग का पूरा पूरा लाभ होगा और घर में शांति होगी.'' (How to worship on Ganesh Chaturthi)

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हर राशि के जातकों के लिए शुभ: ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि ''इस बार गणेश चतुर्थी का ये विशेष योग बन रहा है वो 12 राशियों के लिए बहुत ही लाभकारी रहेगा, शुभ रहेगा, पुण्य प्रदान करने वाला रहेगा. इसका लोग लाभ उठाएं, क्योंकि यह तीन योग जो है वह 12 राशियों को मिलाकर ही बने हैं. इस मौके पर विशेष पूजन अर्चन करें उसका लाभ उठाएं जिससे घर में सुख शांति बनी रहे.''

Last Updated : Sep 8, 2023, 12:02 PM IST
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