शहडोल। किसानों को दी गई मुआवजे की राशि का आवंटन सही से नहीं होने की शिकायत लेकर किसान कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचे, जहां उन्होंने बिना भेदभाव के मुआवजे की राशि दिए जाने की मांग की.
मुआवजा देने में भेदभाव की शिकायत लेकर कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचे किसान
शहडोल में किसानों को मुआवजा दिये जाने में किये गये पक्षपात की शिकायत लेकर किसान कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचे, जहां नुकसान की भरपाई की मांग की.
मुआवजा देने में भेदभाव की शिकायत लेकर पहुंचे किसान
शहडोल। किसानों को दी गई मुआवजे की राशि का आवंटन सही से नहीं होने की शिकायत लेकर किसान कलेक्टर जनसुनवाई में पहुंचे, जहां उन्होंने बिना भेदभाव के मुआवजे की राशि दिए जाने की मांग की.
Intro:नोट- दो वर्जन हैं दोनों किसानों के हैं।
जानिये आखिर यहां के किसान क्यों हैं परेशान, कलेक्टर के पास पहुंचकर बोले करो समस्या का समाधान
शहडोल- आज शहडोल जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर अमरहा, चटहा, सेमरिया, भमरहा के किसान जनसुनवाई में कलेक्टर के पास अपनी व्यथा सुनाने के लिए पहुंचे। इनका कहना है कि ये किसान छला हुआ महसूस कर रहे हैं, क्योंकि साल 2018 में फसल नुकसानी मुआवजा राशि का जो वितरण मनमाने तरीके से किया गया, किसानों का आरोप है कि जो मुआवजे की राशि बनाई गई है वो उसमें क्षेत्र के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है। जिसकी शिकायत लेकर आज किसान जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुंचे।
Body:जानिये क्या है पूरा मामला ?
अपनी फरियाद लेकर जनसुनवाई में पहुंचे सिंहपुर सर्कल के ग्राम हर्रा टोला, चटहा, सेमरिया, भमरहा, क्षीरपानी, और अमरहा के किसानों का कहना था की साल 2018 में सोयाबीन की फ़सल नुकसानी में जो मुआवजे की राशि बनाई गई है, उसमें उनके साथ छलावा किया गया है, जिसे लेकर वो परेशान हैं, चटहा गांव के एक किसान कहते हैं कि जब 2018 में सोयाबीन फसल के मुआवजे को लेकर जो सर्वे किया गया था, उसमें छोटे और बड़े किसानों के लिए अलग अलग राशि तय की गई थी, लेकिन उनके क्षेत्र में छोटे किसान हों, या बड़े किसान, किसी को भी 5 हज़ार से ज्यादा की मुआवजे की राशि नहीं दी गई।
उनके हल्के के पटवारी ने क्षेत्र के किसानों के साथ सौतेला व्यबहार किया है। पीड़ित किसानों के साथ भेदभाव करते हुए मुआवजे की राशि बनाई गई है।
Conclusion:ऐसे में किसानों का कहना था कि उनके क्षेत्र के ऐसे पीड़ित किसानों के साथ समान व्यवहार किया जाए, और इसकी पड़ताल करवाते हुए उन्हें पिछली बार के सोयाबीन के फसल में जो नुकसान हुआ था, जिस किसान को जीतने रकबे में फसल का नुकसान हुआ था, उस हिसाब से बिना भेदभाव के मुआवजे की राशि दिलवाई जाए।
जानिये आखिर यहां के किसान क्यों हैं परेशान, कलेक्टर के पास पहुंचकर बोले करो समस्या का समाधान
शहडोल- आज शहडोल जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर अमरहा, चटहा, सेमरिया, भमरहा के किसान जनसुनवाई में कलेक्टर के पास अपनी व्यथा सुनाने के लिए पहुंचे। इनका कहना है कि ये किसान छला हुआ महसूस कर रहे हैं, क्योंकि साल 2018 में फसल नुकसानी मुआवजा राशि का जो वितरण मनमाने तरीके से किया गया, किसानों का आरोप है कि जो मुआवजे की राशि बनाई गई है वो उसमें क्षेत्र के किसानों के साथ सौतेला व्यवहार किया गया है। जिसकी शिकायत लेकर आज किसान जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में पहुंचे।
Body:जानिये क्या है पूरा मामला ?
अपनी फरियाद लेकर जनसुनवाई में पहुंचे सिंहपुर सर्कल के ग्राम हर्रा टोला, चटहा, सेमरिया, भमरहा, क्षीरपानी, और अमरहा के किसानों का कहना था की साल 2018 में सोयाबीन की फ़सल नुकसानी में जो मुआवजे की राशि बनाई गई है, उसमें उनके साथ छलावा किया गया है, जिसे लेकर वो परेशान हैं, चटहा गांव के एक किसान कहते हैं कि जब 2018 में सोयाबीन फसल के मुआवजे को लेकर जो सर्वे किया गया था, उसमें छोटे और बड़े किसानों के लिए अलग अलग राशि तय की गई थी, लेकिन उनके क्षेत्र में छोटे किसान हों, या बड़े किसान, किसी को भी 5 हज़ार से ज्यादा की मुआवजे की राशि नहीं दी गई।
उनके हल्के के पटवारी ने क्षेत्र के किसानों के साथ सौतेला व्यबहार किया है। पीड़ित किसानों के साथ भेदभाव करते हुए मुआवजे की राशि बनाई गई है।
Conclusion:ऐसे में किसानों का कहना था कि उनके क्षेत्र के ऐसे पीड़ित किसानों के साथ समान व्यवहार किया जाए, और इसकी पड़ताल करवाते हुए उन्हें पिछली बार के सोयाबीन के फसल में जो नुकसान हुआ था, जिस किसान को जीतने रकबे में फसल का नुकसान हुआ था, उस हिसाब से बिना भेदभाव के मुआवजे की राशि दिलवाई जाए।