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भ्रष्टाचार से तंग आकर किसान नेता अरुण तिवारी ने की खुदकुशी की कोशिश, हालत स्थिर - farmer leader Arun Tiwari

शहडोल में किसान परिवार कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष अरुण तिवारी ने आत्महत्या करने की कोशिश की. पिछले 16 सालों से किसानों के हक की लड़ाई लड़ रहे तिवारी ने बताया कि उन्होंने भ्रष्टाचार से तंग आकर ये कदम उठाया है.

अरुण तिवारी
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Published : Sep 18, 2019, 6:15 PM IST

शहडोल। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में उस वक्त हंगामा मच गया जब किसान परिवार कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष अरुण तिवारी ने आत्महत्या करने की कोशिश की. अरुण तिवारी पिछले कई दिनों से प्रशासन से जन सुनवाई के माध्यम से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है, जांच हुई भी लेकिन जांच से संतुष्ट नहीं होने पर उन्होंने एक बार फिर से जांच की मांग की थी, साथ ही अपनी जीवन लीला समाप्त करने की चेतावनी भी दी थी.

किसान नेता अरुण तिवारी ने की खुदकुशी की कोशिश

अरुण तिवारी के मुताबिक किसानों की जमीन पर वन विभाग ने 5-5 एकड़ तक कब्जा कर रखा है. जिसके बाद उन्होंने कलेक्ट्रेट में इसकी शिकायत की थी, साथ ही पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर भी शिकायत की, इसकी जांच भी हुई, लेकिन दोषी पाए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.

पहले ही दी थी आत्महत्या की चेतावनी

अरुण तिवारी ने बताया की उन्होंने मंगलवार को किसानों के साथ धरना प्रदर्शन किया और चेतावनी भी दी कि दोबारा जांच नहीं होने पर वो अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेंगे, लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद वह कुछ किसानों के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय आये और अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की. इसके बाद वह जनसुनवाई कक्ष में बैठे-बैठे बेहोश हो गए. जानकारी मिलते ही कोतवाली टीआई रावेंद्र द्विवेदी मौके पर पहुंचे और मामाले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत दो आरक्षकों को बुलाकर पत्रकारों के सहयोग से उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया.

कोतवाली थाना प्रभारी रावेंद्र द्विवेदी ने बताया कि किसान संगठन का आंदोलन करने के लिए अरुण तिवारी अपने कुछ लोगों के साथ आये हुए थे, जो बाहर नीचे इंतजार कर रहे थे, ऊपर अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई, उन्हें जिला अस्पताल लाकर इलाज कराया जा रहा है.

शहडोल। जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में उस वक्त हंगामा मच गया जब किसान परिवार कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष अरुण तिवारी ने आत्महत्या करने की कोशिश की. अरुण तिवारी पिछले कई दिनों से प्रशासन से जन सुनवाई के माध्यम से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे है, जांच हुई भी लेकिन जांच से संतुष्ट नहीं होने पर उन्होंने एक बार फिर से जांच की मांग की थी, साथ ही अपनी जीवन लीला समाप्त करने की चेतावनी भी दी थी.

किसान नेता अरुण तिवारी ने की खुदकुशी की कोशिश

अरुण तिवारी के मुताबिक किसानों की जमीन पर वन विभाग ने 5-5 एकड़ तक कब्जा कर रखा है. जिसके बाद उन्होंने कलेक्ट्रेट में इसकी शिकायत की थी, साथ ही पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर भी शिकायत की, इसकी जांच भी हुई, लेकिन दोषी पाए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.

पहले ही दी थी आत्महत्या की चेतावनी

अरुण तिवारी ने बताया की उन्होंने मंगलवार को किसानों के साथ धरना प्रदर्शन किया और चेतावनी भी दी कि दोबारा जांच नहीं होने पर वो अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेंगे, लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद वह कुछ किसानों के साथ जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय आये और अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की. इसके बाद वह जनसुनवाई कक्ष में बैठे-बैठे बेहोश हो गए. जानकारी मिलते ही कोतवाली टीआई रावेंद्र द्विवेदी मौके पर पहुंचे और मामाले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत दो आरक्षकों को बुलाकर पत्रकारों के सहयोग से उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया.

कोतवाली थाना प्रभारी रावेंद्र द्विवेदी ने बताया कि किसान संगठन का आंदोलन करने के लिए अरुण तिवारी अपने कुछ लोगों के साथ आये हुए थे, जो बाहर नीचे इंतजार कर रहे थे, ऊपर अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई, उन्हें जिला अस्पताल लाकर इलाज कराया जा रहा है.

Intro:Note_ पहला वर्जन कोतवाली थाना प्रभारी रावेंद्र द्विवेदी का है दूसरा वर्जन डॉक्टर का है नाम वसीम खान है। तीसरा वर्जन किसान परिवार कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष अरुण तिवारी का है।

किसान नेता ने की अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश, जिला चिकित्सालय में इलाज जारी

शहडोल- शहडोल जिला कलेक्ट्रेट कार्यलय में उस वक्त हंगामा मच गया जब आज किसान परिवार कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष अरुण तिवारी ने अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की। पिछले कुछ दिन से लगातार प्रशासन से भ्रष्टाचार की शिकायत कर रहे थे। कई महीनों से लगातार जन सुनवाई के माध्यम से भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच की मांग की थी, लेकिन जांच से संतुष्ट न होने पर एक बार फिर से प्रशांसन को जानकारी दी थी, साथ ही अपनी जीवन लीला समाप्त करने की चेतावनी भी दी थी।

खुद अरुण तिवारी ने बताया की उन्होंने इसीलिये मंगलवार को किसानों के साथ धरना प्रदर्शन किया और इस बात की जानकारी दी, की आज वो अपनी जीवन लीला समाप्त कर लेंगे लेकिन फिर भी कोई सुनवाई नहीं हुई जिस पर किसान परिवार कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष आज कुछ किसानों के साथ जिला कलरेट्रेट कार्यालय आये, और अपनी जीवन लीला समाप्त करने की कोशिश की, जिसके बाद जनसुनवाई कक्ष में बैठे बैठे बेहोश हो गए। जानकारी मिलते ही मौके पर कोतवाली टीआई रावेंद्र द्विवेदी वहां पहुंचे और मौके की गंभीरता को देखते हुए तुरन्त ही दो आरक्षकों को बुलाकर पत्रकारों के सहयोग से उन्हें जिला चिकित्सल्य इलाज के लिए लाया गया। जहां उनका इलाज जारी है।


Body:किसान परिवार कल्याण संगठन के जिला अध्यक्ष अरुण तिवारी के मुताबिक विगत 16 साल से वो लगातार किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं, किसानों की जमीन वनविभाग 5-5 एकड़ कब्जा करके रखी हुई है, पट्टा की आराजी को, 6 किलोमीटर की दूरी को तय करने में प्रशांसन को 6 महीने लग गए, उसके बाद पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत की जांच भी हुई,लेकिन दोषी पाए जाने के बाद वही कार्रवाई नहीं हुई।

इलाज जारी है

कोतवाली थाने के थाना प्रभारी रावेंद्र द्विवेदी ने बताया कि किसान संगठन का आंदोलन करने के लिए अरुण तिवारी अपने कुछ लोगों के साथ आये हुए थे, जो बाहर नीचे इंतज़ार कर रहे थे, ऊपर अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई, उन्हें जिला चिकित्सल्य लाकर इलाज करा रहे हैं।


जिला चिकित्सालय में मौजूद मेडिकल स्पेलिस्ट डॉक्टर वसीम खान ने बताया की अभी अभी उन्हें लाया गया है, जानकारी मिली है की उन्हें ब्लड प्रेशर, सुगर की समस्या है, कुछ अज्ञात दवाई खाकर आये हुए हैं, उसके बाद इन्हें चक्कर आया है, अभी जाँच जारी है जनरल वार्ड से उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया है।




Conclusion:इस तमाम घटना क्रम में एक बात जो गौर करने वाली थी वो ये है कि इस दौरान कोतवाली टीआई तो मौके पर पहुंचे, जिसके बाद दो आरक्षक और पत्रकारों के साथ मिलकरउन्हें जिला चिकित्सालय पहुंचाया गया लेकिन कोई भी कार्यपालिक अधिकारी वहां नहीं पहुंचा।
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