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फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों से फिसलकर बुजुर्ग महिला की मौत

शहडोल रेलवे स्टेशन पर 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला की फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों से फिसलकर मौत हो गई.

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Published : Dec 16, 2019, 7:45 PM IST

Elderly woman dies by sliding down the footover bridge stairs
फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों से फिसलकर बुजुर्ग महिला की मौत

शहडोल। रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक दुर्घटना हो गई, एक 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला की फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों से फिसलकर मौत हो गई, पिछले कई सालों से रेलवे स्टेशन पर रैंप की मांग की जा रही है लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता है.

फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों से फिसलकर बुजुर्ग महिला की मौत


जीआरपी थाना प्रभारी एलपी कश्यप ने बताया कि सुरती बाई अपने बेटे के घर आई थी. मुलाकात के बाद वो अपने घर उमरिया वापस जा रही थी. जहां रेलवे स्टेशन पर मृतक महिला का बेटा, उन्हें प्लेटफॉर्म नंबर एक पर छोड़कर चला गया था. जिसके बाद सुरती बाई स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक से 2-3 प्लेटफॉर्म के लिए फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियां चढ़कर जा रही थी. तभी सुरती बाई का पैर सीढ़ियों से फिसल गया और वो नीचे गिर गईं, जहां उनकी मौके पर ही मौत हो गई.


पिछले कई सालों से शहडोल रेलवे स्टेशन के लिए रैंप की मांग की जा रही है. दिव्यांगों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक ट्रेन पकड़ने के लिए फुटओवर ब्रिज क्रॉस करके प्लेटफॉर्म दो और तीन पर जाना पड़ता. जिससे आए दिन लोगों को परेशानी होती है. लेकिन सड़ा सवाल ये है कि आखिर कब रेलवे की नींद खुलेगी और कब रैंप बनाया जाएगा.

शहडोल। रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक दुर्घटना हो गई, एक 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला की फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों से फिसलकर मौत हो गई, पिछले कई सालों से रेलवे स्टेशन पर रैंप की मांग की जा रही है लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता है.

फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों से फिसलकर बुजुर्ग महिला की मौत


जीआरपी थाना प्रभारी एलपी कश्यप ने बताया कि सुरती बाई अपने बेटे के घर आई थी. मुलाकात के बाद वो अपने घर उमरिया वापस जा रही थी. जहां रेलवे स्टेशन पर मृतक महिला का बेटा, उन्हें प्लेटफॉर्म नंबर एक पर छोड़कर चला गया था. जिसके बाद सुरती बाई स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक से 2-3 प्लेटफॉर्म के लिए फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियां चढ़कर जा रही थी. तभी सुरती बाई का पैर सीढ़ियों से फिसल गया और वो नीचे गिर गईं, जहां उनकी मौके पर ही मौत हो गई.


पिछले कई सालों से शहडोल रेलवे स्टेशन के लिए रैंप की मांग की जा रही है. दिव्यांगों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक ट्रेन पकड़ने के लिए फुटओवर ब्रिज क्रॉस करके प्लेटफॉर्म दो और तीन पर जाना पड़ता. जिससे आए दिन लोगों को परेशानी होती है. लेकिन सड़ा सवाल ये है कि आखिर कब रेलवे की नींद खुलेगी और कब रैंप बनाया जाएगा.

Intro:नोट- वर्जन शहडोल जीआरपी थाना प्रभारी एलपी कश्यप का है।

फुटओवर ब्रिज के सीढ़ियों से फिसलकर बुजुर्ग महिला गिरी, मौके पर ही मौत, आखिर कब बनेगा रैम्प ?

शहडोल- जिला मुख्यालय के रेलवे स्टेशन में उस समय एक बड़ी और दर्दनाक दुर्घटना हो गई, जब एक महिला फुटओवर ब्रिज के सीढ़ियों से चढ़कर दूसरे प्लेटफार्म में जा रही थी तभी फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों से फिसलकर गिर गई, जिसके बाद महिला की मौके पर ही मौत हो गई, महिला का नाम सुरती बाई गुप्ता है, जिसकी उम्र करीब 65 साल बताई जा रही है।


Body:शहडोल रेलवे स्टेशन में आज एक बड़ी और दर्दनाक दुर्घटना हो गई, जहां एक महिला की स्टेशन के फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों के चढ़ते वक़्त फिसलने से मौत हो गई।

शहडोल जीआरपी थाना प्रभारी एलपी कश्यप ने बताया कि सुरती बाई गुप्ता नाम की लड़की अपने लड़के के घर घूमने आई थी,मृतक महिला का घर उमरिया में था और वो अपने लड़के के घर से आज उमरिया ट्रेन से जा रही थी, जिसके लिए शहडोल रेलवे स्टेशन में मृतक महिला के लड़के ने टिकट कटाकर प्लेटफॉर्म नंबर एक में छोड़कर चला गया, और महिला जिसकी उम्र करीब 65 साल बताई जा रही है वो स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक से 2-3 प्लेटफॉर्म के लिए फुटओवर ब्रिज की सीढियां चढ़कर जा रही थी तभी महिला का पैर सीढ़ियों से फिसल गया और महिला सीढ़ियो से गिर गई जहां उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

संभागीय मुख्यालय के रेलवे स्टेशन में कब बनेगा रैंप

शहडोल संभागीय मुख्यालय है और यहां के रेलवे स्टेशन से काफी तादाद में लोग ट्रेन से सफर करते हैं पिछले कई साल से शहडोल रेलवे स्टेशन के लिए रैंप की मांग की जा रही है लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिलता है। दिव्यांगों से लेकर बड़े बुजुर्ग तक हर किसी को जो भी शहडोल से ट्रेन पकड़ना चाहता है उसे प्लेटफॉर्म दो और तीन के लिए फुटओवर ब्रिज क्रॉस करना ही पड़ता है। और आये दिन लोग परेशान होते हैं।




Conclusion:अगर शहडोल रेलवे स्टेशन में रैम्प होता तो आज शायद एक बेटे को अपनी मां को नहीं खोना पड़ता और शायद उसकी मां आज जिंदा रहती।

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