शहडोल। जिसका हर किसी को बेसब्री से इंतज़ार था आखिरकार वो इंतज़ार खत्म हो गया. शहडोल जिले में भी कोरोना की वैक्सीन पहुंच गई और आज से कोरोना की वैक्सीन लगनी भी शुरू हो चुकी है. शहडोल जिले में भृगुनारायण उपाध्याय को जिले में पहला टीका लगा. भृगुनारायण जिले के पहले व्यक्ति रहे जिन्हें कोरोना का पहला टीका लगा.
शहडोल जिले में आज से कोरोना के वैक्सीनेशन का काम शुरू हो चुका है. पहले फेज में शहडोल जिले में दो जगहों पर कोरोना की वैक्सीन लगाई जा रही है. शहडोल जिला चिकित्सालय और शहडोल मेडिकल कॉलेज में कोरोना वैक्सीन लगाई जा रही है, जहां आज पहले सत्र में 100-100 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी और इसके लिए सबसे पहले सफाई कर्मियों को चुना गया है जो स्वास्थ्य विभाग में काम करते हैं. शहडोल जिला चिकित्सालय में भृगु नारायण उपाध्याय जो कि ईसीजी विभाग में टेक्नीशियन हैं उन्हें शहडोल जिले में पहला टीका लगाया गया.
ईटीवी भारत से बोले भृगु नारायण
भृगु नारायण उपध्याय ने बताया कि वो ईसीजी टेक्नीशियन के पद पर जिला चिकित्सालय शहडोल में कार्यरत हैं. भृगुनारायण ने बताया कि उन्हें कोरोना का पहला टीका लगाया गया है और उन्होंने इसके लिए धन्यवाद भी दिया कि उन्हें कोरोना का पहला टीका लगाने के लिए चुना गया.
भृगुनारायन कहते हैं कि 'अस्पताल में काम करते वक्त मुझे पहले डर लगता था जब मरीज आते थे, बिना मास्क आते थे तो हमें बहुत डर लगता था, मास्क लगाने के लिए बोलते थे तो कहते थे आप ही दे दो, ये वैक्सीन लग जाने से हमें बहुत खुशी है कि इस महामारी से बचने के लिए टीकाकरण हमारा हो गया है इसके लिए मैं बहुत बहुत धन्यवाद देता हूं'
नहीं लग रहा था डर
भृगु नारायण आगे कहते हैं कि 'वैक्सीन लगाने से मुझे डर नहीं लगता है मुझे डर या घबरहट नहीं लग रहा था, क्योंकि हम स्वास्थ्य कर्मचारी खुद हैं मुझे ऐसी कोई डर की बात नही थी, कि वैक्सीनशन से मुझे डर लगता है मैं चाहता हूं, की लोग डरे नहीं, टीका लगाने से कोई नुकसान नहीं है बल्कि ये हमारे बचाव के लिए है.'
गौरतलब है कि शहडोल जिले में 7 हजार 940 कोरोना वैक्सीन की डोज आई है. शहडोल जिले में कोविशील्ड वैक्सीन लाई गई है और इसमें से 90% वैक्सीन ही इस्तेमाल की जाएगी, जिसमें उम्मीद जताई जा रही है कि लगभग तीन हजार 500 लोगों को पहले फेज में वैक्सीन लगाई जाएगी. साथ ही 10% वैक्सीन रिज़र्व पर रखी जाएगी.