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आफत लाई बेमौसमी बारिश! शहडोल में अन्नदाता के साथ आम जन भी परेशान

कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. खासतौर पर सब्जी की खेती करने वाले किसान कोरोना कर्फ्यू के कारण अपनी सब्जियां नहीं बेच पाए हैं. जिसके कारण किसान अपनी उपज की लागत तक नहीं निकाल पाए हैं, लेकिन अब लगातार हो रही बारिश से किसानों पर जो कुदरत की मार पड़ी है उससे इन पर संकट और ज्यादा गहरा गया है.

Former Chief Minister Kamal Nath
आफत लाई बेमौसमी
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Published : May 26, 2021, 10:44 PM IST

शहडोल। मई के महीने की शुरुआत से ही जिले में बेमौसमी बारिश होनी शुरु हो गई थी. तेज हवाओं और आंधी से साथ हुई बारिश से कई किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है. जिले में अब भी लगातार बारिश हो रही है, जगह-जगह पानी भर गया है जिसके कारण अब किसानों के साथ-साथ आम लोगों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ने लगा है. शहडोल में हुई बेमौसमी बारिश के कारण खेतों पर पानी भरा हुआ है, पेड़ गिरने से बिजली की तार टूट हुए हैं और सब्जी की फसलों पर कई तरह की बीमारियां लग गई हैं. मई के महीने में बरसा पानी जिले के लोगों के किसी काम नहीं आ रहा है, बजाय गर्मी से राहत दिलाने के.

आफत लाई बेमौसमी
  • किसानों पर दोहरी मार

कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. खासतौर पर सब्जी की खेती करने वाले किसान कोरोना कर्फ्यू के कारण अपनी सब्जियां नहीं बेच पाए हैं. जिसके कारण किसान अपनी उपज की लागत तक नहीं निकाल पाए हैं, लेकिन अब लगातार हो रही बारिश से किसानों पर जो कुदरत की मार पड़ी है उससे इन पर संकट और ज्यादा गहरा गया है.

  • क्या कहते हैं कृषि वैज्ञानिक

शहडोल में किसानों के सामने पैदा हुए इन हालातों पर कृषि वैज्ञानिक डॉ. मृगेंद्र सिंह कहते हैं कि इस समय जो शहडोल में असामान्य बारिश हो रही है, उस पर सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे कीड़े-मकोड़े और बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि पिछले 3-4 दिनों में शहडोल में करीब 20-25 एमएम की बारिश हुई है और यह समय किसानों के लिए गहरी जुताई, खेत की तैयारी करने का समय है. कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह आगे कहते हैं कि जिन लोगों ने गहरी जुताई नहीं की थी वो अपने खेतों में नमी आने के बाद गहरी जुताई कर सकते हैं, ऐसे किसानों को यह लाभ जरूर मिल सकता है और बस आगे मौसम साथ दे और धूप निकले और अच्छी गर्मी हो, ताकि खेत फसल लगाने के लिए तैयार हो सके.

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  • कोरोना पर तापमान का असर

जिले में हो रही लगातार बारिश ने यहां के तापमान पर भी असल डाला है. धूप के कारण गर्मी फिर बारिश से तापमान नीचे गिरने से लोगों में कई तरह की बीमारियां भी पैदा हो रही हैं. इस वक्त जिले में कई कोरोना संक्रमित मरीज आइसोलेशन में रह रहे हैं, कई लोग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं और मौसम के इस तरह से बदलने से इन लोगों के स्वास्थ्य और उनके परिजनों की आवाजाही पर इसका बुरा असर पड़ रहा है. वहीं, जिले में हुई तेज बरिश का के कारण लगातार बिजली चली जा रही है और इससे कई ट्रांसफार्मर भी खराब हो गए हैं. हालांकि शहडोल में अभी भी बारिश नहीं रुक रही है, मंगलवार रात भी यहां तेज बारिश हुई थी, जिसके बाद अब लोगों की मुश्किलें और अधिक बढ़ गई हैं.

इसे भी पढ़ें, टीवी के 'जेठालाल' का आज है बर्थ-डे, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मीम्स

शहडोल। मई के महीने की शुरुआत से ही जिले में बेमौसमी बारिश होनी शुरु हो गई थी. तेज हवाओं और आंधी से साथ हुई बारिश से कई किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा है. जिले में अब भी लगातार बारिश हो रही है, जगह-जगह पानी भर गया है जिसके कारण अब किसानों के साथ-साथ आम लोगों पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ने लगा है. शहडोल में हुई बेमौसमी बारिश के कारण खेतों पर पानी भरा हुआ है, पेड़ गिरने से बिजली की तार टूट हुए हैं और सब्जी की फसलों पर कई तरह की बीमारियां लग गई हैं. मई के महीने में बरसा पानी जिले के लोगों के किसी काम नहीं आ रहा है, बजाय गर्मी से राहत दिलाने के.

आफत लाई बेमौसमी
  • किसानों पर दोहरी मार

कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन में किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा था. खासतौर पर सब्जी की खेती करने वाले किसान कोरोना कर्फ्यू के कारण अपनी सब्जियां नहीं बेच पाए हैं. जिसके कारण किसान अपनी उपज की लागत तक नहीं निकाल पाए हैं, लेकिन अब लगातार हो रही बारिश से किसानों पर जो कुदरत की मार पड़ी है उससे इन पर संकट और ज्यादा गहरा गया है.

  • क्या कहते हैं कृषि वैज्ञानिक

शहडोल में किसानों के सामने पैदा हुए इन हालातों पर कृषि वैज्ञानिक डॉ. मृगेंद्र सिंह कहते हैं कि इस समय जो शहडोल में असामान्य बारिश हो रही है, उस पर सब्जियों की खेती करने वाले किसानों को ध्यान देने की आवश्यकता है, क्योंकि इससे कीड़े-मकोड़े और बीमारियों का प्रकोप बढ़ सकता है. उन्होंने कहा कि पिछले 3-4 दिनों में शहडोल में करीब 20-25 एमएम की बारिश हुई है और यह समय किसानों के लिए गहरी जुताई, खेत की तैयारी करने का समय है. कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर मृगेंद्र सिंह आगे कहते हैं कि जिन लोगों ने गहरी जुताई नहीं की थी वो अपने खेतों में नमी आने के बाद गहरी जुताई कर सकते हैं, ऐसे किसानों को यह लाभ जरूर मिल सकता है और बस आगे मौसम साथ दे और धूप निकले और अच्छी गर्मी हो, ताकि खेत फसल लगाने के लिए तैयार हो सके.

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  • कोरोना पर तापमान का असर

जिले में हो रही लगातार बारिश ने यहां के तापमान पर भी असल डाला है. धूप के कारण गर्मी फिर बारिश से तापमान नीचे गिरने से लोगों में कई तरह की बीमारियां भी पैदा हो रही हैं. इस वक्त जिले में कई कोरोना संक्रमित मरीज आइसोलेशन में रह रहे हैं, कई लोग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं और मौसम के इस तरह से बदलने से इन लोगों के स्वास्थ्य और उनके परिजनों की आवाजाही पर इसका बुरा असर पड़ रहा है. वहीं, जिले में हुई तेज बरिश का के कारण लगातार बिजली चली जा रही है और इससे कई ट्रांसफार्मर भी खराब हो गए हैं. हालांकि शहडोल में अभी भी बारिश नहीं रुक रही है, मंगलवार रात भी यहां तेज बारिश हुई थी, जिसके बाद अब लोगों की मुश्किलें और अधिक बढ़ गई हैं.

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